QUOTES ON #PHILOSOPHY

#philosophy quotes

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35 MINUTES AGO

I melt in your love
In your clear eyes
Your heart touching smile
Makes me melt in your love

main tumhaare pyaar mein pighal jaata hoon
tumhaaree saaph aankhon mein
tumhaaree dil ko chhoo lene vaalee muskaan
mujhe tumhaare pyaar mein pighala detee hai

मैं तुम्हारे प्यार में पिघल जाता हूँ
तुम्हारी साफ आँखों में
तुम्हारी दिल को छू लेने वाली मुस्कान
मुझे तुम्हारे प्यार में पिघला देती है

Mb

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40 MINUTES AGO

किरदार मेरा सबको आईने सा लगता हैं शायद,
जो भी आता है मेरे पास,
मेरा इस्तेमाल करके खुदको सँवर के चला जाता हैं...

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2 HOURS AGO

ਕਿਸੇ ਵੀ ਰਿਸ਼ਤੇ ਲਈ ਵਾਧਾਇਆ ਹੋਇਆ ਹੱਥ
ਓਦੋਂ ਤੱਕ ਹੀ ਸਾਰਥਿਕ ਹੈ
ਜਦ ਤੱਕ ਉਹ ਜ਼ੰਜੀਰ ਨਹੀਂ ਬਣ ਜਾਂਦਾ

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4 HOURS AGO

From all barriers of Pain and grief.

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5 HOURS AGO

कुज शोक सी यार फकीरी दा
कुज इश्क ने दर दर रोल दित्ता

कुज सजना कसर ना छड्डी सी
कुज जहर रकीबां घोल दित्ता

कुज हिज्र फिराक दा रंग चडया
कुज दर्द माही अनमोल दित्ता

कुज हिंज वी राहां सुन्नियां सन
कुज गल विच गंमा ता तौख दित्ता

कुज शहर दे लोक वी जालम सन
कुज सानु मरन दा शौक वी दित्ता

❤️बुल्ले शाह❤️

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अध्याय - 36

आधुनिक विज्ञान के दरवाजे पर जब ताला लग जाता है तब शुरुआत होती है जानने की उस परम उत्कृष्ट प्रक्रिया की जिसे अध्यात्म कहते हैं!

एक ब्रह्माण्ड उत्तम ब्रह्म से बना है और ब्रह्म को जानने का उत्तम तरीका है ब्रह्माण्ड से अनंत संपर्क का जिसे केवल अध्यात्म ही पुरा करता है,अध्यात्मिक संपर्क आपको बिग बैंग से भी आगे की दुनिया को देखने का मौका देता है,जानते हो एक योगी शांत और स्थिर क्यों होता है,शायद तुम्हें पता ना हो एक योगी वह सब जानता है जहां पर विज्ञान का ज्ञान सीमित होता है,विज्ञान उसी की खोज मे है जो पहले से ही मौजूद हैं वही योगी वह सब समझता है जहां कुछ भी नहीं से सब कुछ हुआ है।योगी,योग मुद्रा में शांति की स्थिति में वह सब देखता है जो शायद बिग बैंग से बहुत पहले से मौजूद था और निरंतर चलता आ रहा है,अगर मैं कहूं की इस भौतिक ब्रह्माण्ड का भी एक जीवन है और फिर एक अनंत अंत भी शायद तुम मुझे बावला कहो लेकिन तुम्हें यह तो पता होना ही चाहिए की जो चीज इस दुनिया में सजीव या निर्जीव रुप में विद्यमान है वह एक अंत की तरफ बढ़ रही है,फिर तो अनंत ब्रह्माण्ड भी अनंत अंत की तरफ बढ़ रहा है,तुम्हें क्या लगता है केवल तुम ही जीवन को जी रहे हो और पृथ्वी मरी हुई है फिर तो तुम अपने जीवन पर सवाल खड़े कर रहे हो?

जब अध्ययन प्राकृतिक अध्यात्म का हो तो विज्ञान के दरवाजे पर ताले लगते हैं!

©-अंकु पाराशर

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अध्याय - 35

कैसे एक ग्रह विकास के शुरूआती दौर में विशालकाय जीव उत्पन्न करता है फिर उस जीवन के रसायनिक पैटर्न को प्राकृतिक रूप से बिल्कुल खत्म कर देता है?

जानते हो हम जो भी खोज रहे हैं वह केवल हमारे आस्तित्व से जुड़ा है और जब तक पृथ्वी रहेगी तब तक इन्सान अपने अस्तित्व के धागे को खोलता और बुनता रहेगा।आस्तित्व जो अनंत है उस अनंत की खोज में इन्सान अंत की तरफ बढ़ रहा है,कहते हैं की बिग बैंग के पहले कुछ भी आस्तित्व मे नही था फिर अपने आप सब कुछ आस्तित्व मे आ गया,अब देखो ब्रह्माण्ड कितना विविध्ता से भरा है की तुम्हें पैदा होने के लिए तुम्हारे जैसे दो भिन्न इकाईयों की जरूरत पड़ती है और जबकि ब्रह्माण्ड को बनने के लिए समय का भी जरूरत नहीं था,अगर मैं कहूं बिग बैंग की घटना घटने के लिए एक अनंत बिग बैंग की जरूरत थी जो परम अनंत से बनी हो तो क्या यह कुछ ना होने के पहले का सच नहीं है,अगर नहीं तो तुम ब्रह्माण्ड को खुदके जीवन से जोड़ कर देखो तुम्हारा पैदा होना और फिर जीवन के विभिन्न आयामों को पार कर अनंत में मिलना क्या एक ग्रह पर लागू नहीं होता,ग्रह भी पैदा हो कर अपना लंबा जीवन व्यतीत कर अनंत में विलीन हो कर एक नई शुरुआत की शृंखला में अपना योगदान देता रहेगा मतलब की सृजन के पैटर्न को आगे बढ़ाने में ब्रह्माण्ड की मदद करेगा!

अब आप बताओ आधुनिक विज्ञान के दरवाजे पर ताला कब लग जाता है?

© - अंकु पाराशर

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अध्याय - 34

अब थोड़ा बिग बैंग पर बात करते है,आधुनिक विज्ञान कहता है की बिग बैंग होने के बाद समय आस्तित्व मे आया है और फिर बिग बैंग को प्राक्कल्पनात्मक (hypothetical) भी कह देते हैं!

मैं एक नहीं बहुत सारे बिग बैंग की काल्पनिक बात कहता हूं,क्योंकि इस दुनिया में खोजी जाने वाली हर वस्तु एक समय बाद काल्पनिक हो जाएंगी जैसे की डायनोसोर के बारे में हमारी कल्पना है वहीं अंतरिक्ष से आने वाले एलियन की भी चर्चा करते हैं ये दोनों कल्पना इन्सानों से कितने भिन्न है अगर आप सोचो तो एक पुरी प्रजाति पृथ्वी से खत्म हो गई और अगली प्रजाति जो विकसित हुआ वह हम इन्सान की है जबकि केवल हम ही नहीं हमारे साथ जीवित अनेक सजीव भी हमारे साथ विकसित हुए और आश्चर्यजनक रूप से उनका विकास अपने आप रूक गया,देखो हम जिस बंदर प्रजाति से विकसित हुएं वह भी हमारे साथ विकसित नहीं हो पाया,अतः सुदूर अंतरिक्ष से आने वाला एलियन प्रजाति हमसे अलग पैटर्न पर विकसित हुआ होगा और अलग अनुवांशिकी के इन्फोर्मेशन को आगे बढ़ा रहा होगा तो उनका विज्ञान हमारे विज्ञान से अलग होगा और ऐसा क्यों होगा क्योंकि उनके ग्रह का रसायन विज्ञान हमारे से अलग होगा तभी तो वो हमसे अलग है फिर तो तथा कथित एक बिग बैंग झूठ साबित हो रहा है क्योंकि एक बिग बैंग से बने ब्रह्माण्ड के हर ग्रह का प्राकृति विज्ञान एक जैसा होना चाहिए ना?

अगर नहीं तो कैसे.?

© - अंकु पाराशर

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9 HOURS AGO

यूं तो वक्त ने बहुत कुछ सिखाया हमें।
वक्त रहते जाने क्यों नहीं सिखाया हमें।
(पवन कुमार पाल)

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10 HOURS AGO

I believe you broke me years ago
but it was the imagination
of my love and dreams
that I gave you
so now I know how to create my own miracle,
if I have the power to break my heart
I can heal it again and go for real love

mera maanana ​​hai ki tumane mujhe saalon pahale tod diya tha
lekin yah mere pyaar aur sapanon kee kalpana thee
jo mainne tumhen dee thee
isalie ab mujhe pata hai ki apana chamatkaar kaise banaaya jae,
agar mere paas apana dil todane kee shakti hai
to main ise phir se theek kar sakata hoon aur sachcha pyaar pa sakata hoon

मेरा मनाना है कि तुमने मुझे सालों पहले तोड़ दिया था
लेकिन यह मेरे प्यार और सपनों की कल्पना थी
जो मैंने तुम्हें दिया था
इसली अब मुझे पता है कि अपना चमत्कार कैसे बनाया जाए,
अगर मेरे पास अपना दिल तोड़ने की शक्ति है
तो मैं इसे फिर से ठीक कर सकता हूँ और सच्चा प्यार पा सकता हूँ
Mb

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