साँसो में धुआँ और laptop पे आँखें लगाए बैठे हैं,
चंद पैसों की ख़ातिर हम हर रोज़ अरमान जलाए बैठे हैं,
8 से 16 हुए और ये working hours 24 भी हो ही जाएँगे,
इनके हिसाब से Saturday Sunday भी WFH में ही निकल जाएँगे,
ख़ैर पूछना तो Covid में रिवायत है बस साहब,
इसे तुम गलती से भी इनकी चिंता मत समझ लेना,
Doesn't matter how much efforts you put in your work,
Appraisal की उम्मीद 5% से ज़्यादा की तो बिल्कुल मत कर लेना।
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