QUOTES ON #LIFE

#life quotes

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A MINUTE AGO

How much you learn doesn't matter when you fail to put your knowledge when it is necessary!

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When you're feeling unsure,
Just look up at the clouds.
They teach us that nothing stays the same forever.

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आपके द्वारा किये गए प्रयासों पर प्रशंसा मिलने पर उत्साहित होना सहज है , और प्रशंसा मिलना स्वाभाविक है , बस प्रशंसा के पीछे के भाव को समझ कर चलना चाहिए ।
रकेश # राही

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14 MINUTES AGO

सब सही होता तो मैंने सहा न होता
और आज यह मैंने कहा न होता
न होती तेरे लिबास में छीटें
ग़र अपनों को यूँ पाँव तले कुचला न होता

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15 MINUTES AGO

स्वत:ला घडविण्यात आपला वेळ खर्च करा म्हणजे..... तुम्हाला इतरांना दोष द्यायला वेळच मिळणार नाही.....!!
तुम्ही उंच शिखरावर जरूर चढा पण जगाने तुमच्याकडे पहावं म्हणून नव्हे तर…... त्या शिखरावरून तुम्हाला जग पाहता यावं म्हणून....

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37 MINUTES AGO

Silence is the best answer for all questions.

Smiling is the best reaction in every situation..
#R_S_B____

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38 MINUTES AGO

उड़ने दे इन परिन्दो को,
आज़ाद फ़िज़ा में ग़ालिब,
जो तेरे अपने होंगे,
वो लौट आएंगे किसी रोज़..!

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गुनाहों के दलदल में फंसा हुआ, मैं इक अदना सा बंदा हूं,
या इलाही हुक्म-ए-उदूली करता, मैं कितना ही गंदा हूं।

खताओं की इस भीड़ में खुद को, अक्सर पाता हूं खोया,
मेरी निगाहों में है धुंधला, दिल में बसा हर इक फंदा हूं।

मगर इस दिल में अब भी एक आस का, दीपक जलता है,
कि शायद तेरी रहमत से, मैं फिर से बन सकूं नेक बंदा हूं।

तेरी दरगाह में सर झुकाता रहूं, तौबा की चादर ओढ़ लूं मैं,
"या इलाही" मुझे बख्श दे, तेरा ही तो मैं एक बंदा हूं।

जो इक बार तेरी इनायत हो जाए, तो ये जहां भी रोशन हो,
मैं वो पत्थर नहीं, जो पानी में तैर सके आंखों से ओझल हो

हयात-ए-सफर की आपाधापी में, जब-जब भी ठोकर खाया,
तेरी रहमत को याद कर, खुद को संभाला मैंने, खुद को पाया।

बारिश की बूंदों में जैसे- जैसे ज़मीन पर पानी बरसता है
तेरी बख्शिश की चाह में, हर पल मेरा ही ये दिल तरसता है।

ये जानता हूं कि तेरी मेहरबानी है मुझ पर ला-महदूद, बेशुमार
है इस दिल को ही हर-पल, हर-लम्हा तेरी एक नज़र का इंतज़ार।

तेरी चौखट पे आकर ही जो मैंने अपने सर को झुकाया है,
उसी झुकी नज़र से मैंने फिर जहां को नया-नया पाया है।

गुनाहों के दलदल में फंसा हुआ, मैं इक अदना सा बंदा हूं,
या इलाही हुक्म-ए-उदूली करता, मैं कितना ही गंदा हूं।

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52 MINUTES AGO

मलाल इस बात का कि इस जनम हम एक न हो सके,
और तसल्ली इस बात की कि
गुज़रे लम्हों की यादों ने कभी तुमसे जुदा न होने दिया!!!

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अपनी सुंदरता आईने में नहीं,
लोगों की दिल में ढूंढिए.....

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