ALOK Sharma...✍️ 15 JUN 2021 AT 23:27 वैसे ही भरी थी "ज़िदगी" हादसों से,"इश्क़" बनकर किसी का "इत्तफाक" से... एक और "हादसा" हो गया! - Pramod Jain 19 AUG 2020 AT 21:27 # 20-08-2020 # काव्य कुसुम # ज़िंदगी #*******************************ज़िंदगी है जब तक ज़िंदा होने का एहसास बना रहे ।ज़िंदगी है तब तक उम्दा होने का विश्वास बना रहे ।मर मरकर जीने से तो जीवंत होकर जीना बेहतर है-ज़िंदगी है तब तक ज़िदादिली का आभास बना रहे । - meenakshi rohatgi 31 OCT 2019 AT 0:01 तुझे पाना फिर खोनाफिर पाने की ज़िदइसी का नाम इश्क़ है !! - Trikha Sharma 17 JUL 2017 AT 9:03 ज़िंदगी की जिंदादिलीदोस्तों से है....तो क्यों न रिश्तेदारों कोदोस्त बनाया जाय? - Rahul Rahi 5 OCT 2020 AT 12:23 ज़िंदगी होती क़तरा! क़तरा!इश्क़ की गलियों मे ख़तरा! ख़तरा!देखते हो जो चेहरे का नूर!बात मानो रहना इससे दूर!घट जाती है साँसों की उम्र!फिर क्यों करना ऐसा जुर्म! - Vanita Banerjee 20 FEB 2018 AT 1:48 चल पड़ती है तुम्हारे कदमों के निशानों परवरना रूक सी जाती है ज़िदगी ... - ALOK Sharma...✍️ 1 JUN 2021 AT 12:11 मुझे मेरी मंजिल तक, पहुँचने के कई निशान छोड़ने हैं...;ताकि ;मेरे मरने के बाद लोग जान सके,मैं; किन कठिन रास्तों से गुजरा हूँ - Trikha Sharma 4 NOV 2017 AT 15:08 ज़िंदगी जीने के लिए होती हैइसे सोचने समझने में बर्बाद क्यों करेंजो काम कल ही होना हैउसकी चिंता आज क्यों करें - Dipak Band 9 JAN 2021 AT 13:51 सोचा हुआ था जो कुछ सब पा लिया सौदा महंगा रहा फिर भी खुद को जो खो दिया - Ranjnaa verma 17 OCT 2019 AT 6:32 दिल के ज़ख्म सदा अपने ही क्यों देते हैं 'इंतेज़ार ''ज़िंदगी ' ऐसे प्रश्नों का कोई जवाब नहीं मिलता.. -