दिल अब भी तुम्हें शिद्दत से चाहें,तो हमे माफ कर देना
कुछ कर्ज मोहब्बत का हमपे उधार हों ,
तो हमें माफ कर देना।
गुजरी बाते भूलकर मन अंदर तक साफ कर देना।
शहद मे घोलकर जो जहर पिलाया था तुमने
लफ़्जों का वो जहर हमपर ना चढ़ा, हमे माफ कर देना।
एक मकसद से तुमने,जो रिश्ता जोड़ा था हमसे,
बेतालुक हुए हम मकसदसे,, हमें माफ़ कर देना
दोस्ती प्यार मोहब्बत सब दिल्लगी हैं तुम्हारे लिए,
गलतीसे हम इश्क समझ बैठें, हमे माफ कर देना।
फितरत तो तुम्हारी भँवरे सी है, जो हर फूल पे मंडराता हैं,
राह में तुम्हारे जो काँटे बोये हों, हमे माफ कर देना
जलने की सजा तो शमा की तकदीर होती हैं,
यहाँ हम जलते रहे परवाने से ,हमे माफ कर देना।
जफ़ा के नाम पर ना संभल कर बैठ रकीब,
वफ़ा हमने खूब निभाई, हमें माफ कर देना।
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