ε⁠k_@h$@$h*   (ε⁠k_@h$@$h*)
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Joined 18 September 2020


Joined 18 September 2020
9 HOURS AGO

तुम संग प्रीत लगाई....

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30 APR AT 0:19

एक ज़रा सा दर्द मिला
और काग़ज़ काले कर डाले..
.ज़रा से हिज्र पे हमने
कितने हंगामे मचा डाले...

एक ज़रा सी बेरूखी ने तेरी.
दिल को शमशान और
आंखों के समन्दर बना डाले...

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29 APR AT 20:06

आदत सी हो गई थी.....
हर पल तुमसे बात करने की
तुम्हारी आवाज सुनने की ..

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22 APR AT 8:37

हमारे कमरे में उदासी है क़यामत की मगर
एक तस्वीर पुरानी सी हंस कर बात करती है..

हर सुबह चाय पर हम भूल भी जाए मगर
वो हमसे एक प्यारी सी मुलाकात करती हैं

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20 APR AT 11:36

कमरा........

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17 APR AT 0:19

मेरे किरदार
पर भी गिरती है स्याही ....

जब जब मैं तुम्हें
अपना इश्क लिखती हूं....

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16 APR AT 22:09

चाबियां उन दरवाजे की भी रखती हूं
जो कभी खुलते नहीं मेरे लिए

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15 APR AT 23:20

.. .

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13 APR AT 0:46

मेरे एहसास.... ‌





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12 APR AT 23:00

उसकी सूरत से नहीं मिलती किसी की सूरत...
हम जहां में जिसकी तस्वीर लिए फिरते हैं...

तुम फिर से आ जाओ मेरी बाहों में बस,
रात भर इतना सा ख्वाब लिए फिरते हैं ....

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