आप तो अच्छे रह लो ना |
दिल कितना भी हीरा हो, लोग ऊपर की चमक ही देखेंगे |
इन्सानियत जितनी भी जिंदा हो, ऊंचाई पैसों से नापेंगे |
क्यों बनना तुमको औरों सा, आप दिल से सच्चा रह लो ना |
दुनिया चाहे जैसी हो, आप तो अच्छे रह लो ना |
सच शांत सा, बैठा रहता है,झूठ खूब मजे में रहता है |
काश होता मैं भी उनके जैसा, है मन ये सबका कहता है |
झूठ झुकाता गौरव खुद का, सच से सर ऊंचा कर लो ना |
दुनिया चाहे जैसी हो, आप तो अच्छे रह लो ना |
है दो पल का आकर्षण ये, भीतर से तुमको खींच रहा |
नशा है इस आकर्षण में, जो जाल में तुमको फांस रहा |
जब पता है ये सब झूठा है, थोड़ी सी दूरी कर लो ना |
दुनिया चाहे जैसी हो, आप तो अच्छे रह लो ना |
अपनी कीमत को जानों तुम, खुद पर सच्चा विश्वास करो |
झूठी चीजों को जाने दो, उस पे ना समय बर्बाद करो |
क्यूँ दिखाना औरों को, खुद की सच्चाई पे नाज़ कर लो ना|
दुनिया चाहे जैसी हो, आप तो अच्छे रह लो ना |
Pritam Singh Yadav
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