Yuti Sharma   (Yuti Sharma)
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Joined 11 May 2019


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Joined 11 May 2019
3 APR 2022 AT 19:46

जिंदगी में इत्तेफाक होते हैं..
एक हमारा मिलना था..
एक वो जो तुमने जानबूझकर किया,
मुझे आसानी से अपनी ज़िन्दगी जाने दिया...
मौत तो आनी ही थी,
मगर तुमने उस वक़्त मुझे बेमौत मरने छोड़ दिया..
प्यार नहीं था, मतलब था,
नफरत नहीं थी बस साज़िश थी..
और सारी ही बातें मुझे मालूम थी..
अब जब मैं मर ही गई हूँ,
तो ना लौटना अपने हमदर्दी के शब्दों के साथ
वापिस मांगने मेरा हाथ...
कि कुछ रह गया है तुम्हारा मेरे पास..
मुर्दे नहीं करते किसी की जिंदगी आबाद,
वो तुम्हें देंगे वीरानिया और अंधकार...

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28 MAR 2022 AT 11:29

मैं तुम्हें तब तक कोई तकलीफ नहीं दूंगी
जब तक तुम मेरे अन्दर हो..
मैं ऐसा कर ही नहीं सकती
क्यूंकि तुम मेरे अंग हो..
लेकिन जब तुम जाओगे
मुझे असहनीय दर्द होगा,
इसलिए नहीं कि तुमने मुझे अंदर तक चीर दिया,
बल्कि इसलिए कि तुमने मेरी हर उम्मीद को तोड़ दिया..
मेरे बहुत सारे सपने तुमसे जुड़े थे,
एक नाम था जो तुम्हारा ही था...
तुमने मुझसे ही मेरा सब छीन लिया...
तुम फिर लौटोगे नहीं मेरे पास
मैं भी कहाँ महसूस कर पाऊँगी तुम्हारा साथ...
मैं जानती हूँ कि तुमने झेले है बड़े षड्यंत्र,
किसी और के बुरे कर्म...
पर मेरे नन्हें सपने, मैं तुम्हें भूलूंगी नहीं
और मैं तुम्हें याद रहूंगी नहीं||

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28 MAR 2022 AT 10:20

उस पौधे को सींचना जो कभी भी मुरझा सकता..
कभी सूरज की तेज लपटों से,
कभी झुलसी हवाओं के थपेड़ों से,
कभी सर्दी की मार से,
कभी जलती हुई आग से,
कभी बारिश की बूँदों के बोझ से,
कभी पतझड़ की सोच से...
इतना आसान नहीं खुद से प्यार करना
अब तो लगता है काँटों को गले लगाना है,
बसन्त का भी मिलना...

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27 MAR 2022 AT 19:34

It’s not how good you are. It’s how good you want to be.

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21 MAR 2022 AT 18:26

अब वो किसी और से हँस-हँस कर बातें करता है,
तकलीफ़ में देखा था मैंने उसे अपने साथ..

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21 MAR 2022 AT 6:53

Very small but very true, Your nature is your future.

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21 MAR 2022 AT 6:50

A creative man is motivated by the desire to achieve, not by the desire to beat others.

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21 MAR 2022 AT 6:44

Only then will you enjoy real success, When you come out of the crowd of failure.

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9 OCT 2021 AT 16:55

मेरे जलते बुझते चिराग़ को
तेरी आँधियों से गिला नहीं..
जो सहा है खुद ही सहा
मगर
कभी कुछ भी तुझसे कहा नहीं!!
तेरी खुशबुओं मे रची बसी,
मैं ये सोचती रही देर तक,
जिसे पा के कोई ना चाह हो
मुझे वो खुदा ही मिला नहीं!!
तू अपना जिस्म उतार दे
मैं भी खोल के जरा दिल रखूं..
कभी बाद मे ना मलाल हो
ये कहा नहीं, वो सुना नहीं..

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9 OCT 2021 AT 16:43

बहुत सारी बातों में इक ये भी है
कि
वो हमारे हर ख्याल में है
और हम उसके जिक्र में भी नहीं!!

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