Yashi Upadhyay   (यशी)
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Carrying a happy personality with a heavy soul.💫
Joined 30 January 2017


Carrying a happy personality with a heavy soul.💫
Joined 30 January 2017
1 MAR 2018 AT 17:36

रंग खुशनसीबी है,
रंग उम्मीद है,
रंग उल्लास है,
रंग जोश है,
रंग आवाज़ है |

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1 MAR 2018 AT 17:27

They aren't looking for love,
they are looking for a repairmend.

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25 FEB 2018 AT 21:42


गौरी हो तुम, लक्ष्मी हो तुम, जननी हो तुम|
बड़ी प्यारी हो तुम|

पर कोई हक नहीं तुम्हें ,
कोई हक नहीं तुम्हें कि तुम घर की चौखट लांग सको|
कोई हक नहीं तुम्हें कि तुम अपनी ज़िंदगी अपनी मर्ज़ी से जी सको|
कोई हक नहीं तुम्हें कि तुम आत्मनिर्भर बन सको|
हिम्मत नहीं होनी चाहिए तुम्हारी ज़बान चलाने की|
चुप, बिल्कुल चुप|
औरत हो ना,
नेता ना बनो|

चाहे वो प्यार से गाल सहलाए तेरे,
या ज़ोर से थप्पड़ लगाए तुझे|
चाहे तेरी रेश्मी जुल्फों को छाँव बनाए अपनी,
या कसकर पकड़ खींचे उन्हें |
चाहे चरित्र पर सवाल उठाए तेरे,
या खुद व्यापार बना दे तेरी रूह को|
सब सह लेना है तेरा काम|

तेरी पहचान तो केवल तेरी सुंदरता और लाज से है|
क्योंकि औरत हो तुम|
तो क्या हुआ अगर दुर्गा भी तुम, काली भी तुम, चंडी भी तुम|
हाँ, शक्ति हो तुम|

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23 FEB 2018 AT 19:44

बडी़ अनूठी सी एक बात है, यूँ सोच रहा है चित्त मेरा|
तेरे भीतर जो भाव हैं, है ये स्वाभिमान या अहंकार तेरा|
करती हूँ याचना तुझसे मैं आज,
सुनले मेरी एक बात तू आज|

जो होते तुम स्वाभिमानी तो,
ना करते तिरस्कार यूँ औरों का|
पर हो बहुत ही अहंकारी तुम,
तो भोग ना पाए सत्कार कभी|
जो होते तुम स्वाभिमानी तो,
ना करते दुरुपयोग यूँ ळान का|
पर हो बहुत ही अहंकारी तुम,
अतः हर ळान तेरा निर्थक है |
जो होते तुम स्वाभिमानी तो,
ना जाते साथ यूँ छोड़कर|
पर हो बहुत ही अहंकारी तुम,
हर दफ़ा लौटकर आ जाते हो|
जो होते तुम स्वाभिमानी तो,
ना रचते विध्वंस वैभव की खातिर|
पर हो बहुत ही अहंकारी तुम,
यश भी तेरा ना हो पाया|

आज नहीं तो कल सही,
शब्दों से नहीं तो अनुभव से सही|
होगी यथार्थ से भेंट तेरी,
जिसे समझा है स्वाभिमान तुमने,
वो तो तेरा अहंकार है |
जो मिटा दिया इस मद को तूने,विद्वान तुम ही है कहलाओगे|
जो फेंक दिया इस दर्प को तूने, स्वर्ग तुम ही है पा जाओगे|

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7 MAY 2017 AT 14:52

Hey love,
We have been in such a long relationship and words are certainly bare to evince my fervor for you.Honestly, when I see you waiting for me dressed in yellow and red,the world turns heavenly and divine.Thankyou MERI MAGGI for all the moments we have spent together,
from me being home alone to the hungry hostel nights.. I have always loved you from my heart and soul ..Hope to never lose you and the love continues till the end!!!
Meet you at the dinner tonight 😉
Yours and only yours
Yashi

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27 APR 2017 AT 9:48

Heart,
Soul,
Very patiently,
Both of mine,
Always try to divulge out -
Have assent in drudgery, you own the terrene!

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19 APR 2017 AT 15:11

कुझ पल ठहरकर देखना,
मोक्ष यहीं है|
माँ की गोद में,
पिता के कदमों में,
दानी के हाथों में,
संत की बातों में,
महसूस करना इन अद्भुत अहसासों को,
मोक्ष यहीं है|

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19 APR 2017 AT 14:50

It is the safest cover I can ever hide myself in;
It is discrete,
It braces me wherever i go, wherever i reach;
Either me being alone or in a troop,
The cover never fades
It's the shadow,
SHADOW of my father!!

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18 APR 2017 AT 9:53

न रुकना तुम अवरोध से भय खाकर ,
अभय से विभुत होकर चलते रहना है तुम्हें ,
उन अवरोधों को पार करते हुए आगे बढ़ते रहना है तुम्हें ,
ख़्वाहिशों के आसमानों में उड़ते रहना है तुम्हें |

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13 APR 2017 AT 19:50


वो सोते रहे चैन की नींद जो खुद चुराते रहे नींदें औरों की,
वो चलते रहे सिर उठाकर जो खुद झुकाते गए सिर औरों का,
वो छूते गए आसमान की ऊँचाइयों को जो गिराते गए नीचे औरों को|
बड़ा ही विचित्र है इस संसार का दस्तूर,
हर कोशिश इसे सुलझाने की नाकाम सी चली जाती है|

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