. Yadav   (.Dot✍️)
76 Followers · 16 Following

read more
Joined 19 June 2019


read more
Joined 19 June 2019
27 JUL 2022 AT 19:25

तेरे कांधे पर सर रखकर सब
कुछ बया कर देते थे।

-


27 JAN 2022 AT 18:38

"अपना शहर"
(अनुशीर्ष में देखें)

-


26 JAN 2022 AT 23:19

मंजिलें आसान हो जाएगी
जो अगर मेरे पंखों ने लेय बांध ली।
तुम नज़र उठा के देखना आसमां में,
हम बहुत दूर तलक नज़र आएंगे।।

-


23 JAN 2022 AT 16:59

खुले आसमान से राबता है हमारा
जहां पिंजरों का अक्स नज़र आ जाता है
उनसे फासला भी मिलों का हो जाता है।

-


21 JAN 2022 AT 22:52

मैं दिखूं या ना दिखूं
तुम मुझको महसूस करना....

-


13 JAN 2022 AT 13:34

"मेरे बेमतलब से यार"
(अनुशीर्ष में देखें)


-


8 JAN 2022 AT 18:03

खर्चे बहुत है
क्योंकि सपने बहुत है...

-


4 DEC 2021 AT 10:27

"एक दिन"
(अनुशीर्ष में देखें)

-


20 NOV 2021 AT 23:59

एक औरत को खुश करते-करते
नासमझ लोग थक गए हैं,
पर वो आज अपने ही
कपड़ों में जेबें देख
ना जाने क्यों इतनी मुस्कुरा रही है।

-


18 NOV 2021 AT 11:44

"वो शुकून भरा दिन"

(अनुशीर्ष में देखें)

-


Fetching . Yadav Quotes