अगर मैं तुम होतीतो तुम सी कभी ना होती। -
अगर मैं तुम होतीतो तुम सी कभी ना होती।
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महामारी ये ऐसी आई, मानो नाराज़ हमसे ख़ुदा हुआअसल पीड़ा वही जानेजिनका अपना उनसे जुदा हुआ। -
महामारी ये ऐसी आई, मानो नाराज़ हमसे ख़ुदा हुआअसल पीड़ा वही जानेजिनका अपना उनसे जुदा हुआ।
एक रात चाँद संग तुम भी आ जानासाथ अपने तारों की बारात ले आनामैं घूँघट ओढे आकाश-गंगा चाँदनी सी महका दूंगीतुम ज़मी पर उतर कर इश्क़-ए-मिसाल दे जाना! -
एक रात चाँद संग तुम भी आ जानासाथ अपने तारों की बारात ले आनामैं घूँघट ओढे आकाश-गंगा चाँदनी सी महका दूंगीतुम ज़मी पर उतर कर इश्क़-ए-मिसाल दे जाना!
कितनी बार कहा हैबेवजह रूठा मत करो तुमयू तो कोई शिक़वा नही तुमसे पर वादा झूठा मत करो तुम।बेशक़ तुम जान हो हमारीपर जान! जान-बूझकर कर लुटा मत करो तुम! -
कितनी बार कहा हैबेवजह रूठा मत करो तुमयू तो कोई शिक़वा नही तुमसे पर वादा झूठा मत करो तुम।बेशक़ तुम जान हो हमारीपर जान! जान-बूझकर कर लुटा मत करो तुम!
सुन आज हमारी आहट, वो दूर से मुंह मोड़ गएदोष भी क्या दे उन्हें, कसूर तो हमारा थाहम चाँद के इश्क़ में, तारे का दिल जो तोड़ गए! -
सुन आज हमारी आहट, वो दूर से मुंह मोड़ गएदोष भी क्या दे उन्हें, कसूर तो हमारा थाहम चाँद के इश्क़ में, तारे का दिल जो तोड़ गए!
बाँधी थी जिसके लिए हर मन्नत की डोर तोड़ उसे, यू ही कही और जोड़ दी?पा नही सके उन्हें, कहते हो एक ओर,कोशिश एक नही की, और उम्मीद छोड़ दी? -
बाँधी थी जिसके लिए हर मन्नत की डोर तोड़ उसे, यू ही कही और जोड़ दी?पा नही सके उन्हें, कहते हो एक ओर,कोशिश एक नही की, और उम्मीद छोड़ दी?
कोन कहता है कि अकेले है हम,तन्हाईयो से पुछो ज़रा हमारा पता। -
कोन कहता है कि अकेले है हम,तन्हाईयो से पुछो ज़रा हमारा पता।
ऐ ख़ुदा कुछ ऐसा कर कि पल भर में रात हो जाए।सवेरे सवेरे हमारीचाँद से मुलाक़ात हो जाए। -
ऐ ख़ुदा कुछ ऐसा कर कि पल भर में रात हो जाए।सवेरे सवेरे हमारीचाँद से मुलाक़ात हो जाए।
कि आज फ़िर मुलाक़ात हुई ख़्वाब में उनसेजिनका हक़ीक़त में दीदार तक नसीब नही!🥀 -
कि आज फ़िर मुलाक़ात हुई ख़्वाब में उनसेजिनका हक़ीक़त में दीदार तक नसीब नही!🥀
जवानी के बीज दिल मे बोते गएना चाहते हुए भी बचपन खोते गए जैसे जैसे हम बड़े होते गए। -
जवानी के बीज दिल मे बोते गएना चाहते हुए भी बचपन खोते गए जैसे जैसे हम बड़े होते गए।