मेरे हम नफस तुझे क्या कहूं, तेरे दिल मैं ही तो में शाद हूं
हूं में सरसब्ज़ तेरे साथ और, कोई सेहरा में तेरे बाद हूं
तेरे दिल मैं जो है छुपा हुआ, तेरी धड़कनों से में सुन रहा
मेरी जान जो तू है मांगती, तेरी मांगी वो में मुराद हूं
मुझे तुम मिले तुम्हें मैं मिला मैं तेरा हुआ तू मेरा हुआ
तुझे सुर्खियों में जो रख रहा मेरी जान मैं वो फसाद हूं
ना कोई गिला न शिकायतें, जो है दरमियानं वो अयां है सब
किसी और पर तुम मर मिटे, जो मरा है तुम पे वो लाद हूं
कोई लड़ रहा यहां राम पर, कोई मर रहा है रहीम पर
होंगे मसले हल जिसे देख कर, मैं वो ना दिखी रूएदाद हूं
कोई चांद हूं न मैं चांदनी, कोई बाग़ हूं न मैं गुल कोई
यह जो जानी वानी मिलाप है, में वो बांधने बुनियाद हूं
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