Virangana Verma   (Virangana)
48 Followers · 56 Following

Joined 24 April 2019


Joined 24 April 2019
25 APR AT 9:08

आंखों का अपनी तू गलत बयान न दे ,
मोहब्बत को मेरी पुराने खतों का नाम न दे ,
मुझे‌ भी लगा इस वक्त हम सफर में एक दूसरे के साथ थे , एक काम कर मेरा सारा वक्त वापस कर और अपने अहसासों का हिसाब न दे ,
कसूर इन आंखों का था जो मैंने तुझी से प्यार किया था ,
अब इसे तूं दिल का नाम न दे।

-


25 MAR AT 6:46

सूरज की पहली किरण में सात रंग हों,
बागों में फूलों की खुशबू हो ,
जब खेलूं तुम्हारे साथ होली तो प्यार के रंग का हो और दुनिया को प्यार के रंग सजायें ।

-


25 JAN AT 1:26

People think that it is okay to say one thing again and again, like making fun of someone, pressurizing for some work or anything else, etc.
Due to this people feel uncomfortable and upset when they say anything to other people and then they irritate other people even more.
This affects the mentality of people which is not good at all.

-


27 NOV 2023 AT 18:33

दफ़न-सा तुम्हारे सीने में मुझको कुछ रहस्य लगता है, इन नशीली आंखों का अंदाज तुम्हारा बहुत प्यारा-सा लगता है।
नजर भर देखना चाहूं तुमको तो झुक जाती हैं ये नजरें, मुहब्बत हो गई तुझसे मुझे आज महसूस हुआ हैं।

-


23 NOV 2023 AT 2:55

मेरे दोस्त तुम बेवफा निकले ,
मुझे नहीं पता था इस तरह की जलील करोगे इस भरी महफिल मे ,
अब मुझे लोगों की प्यार और दोस्ती पर भरोसा नहीं रहा है ,
आज तुमने मेरी मां को गाली दे कर मेरा दिल दुखाया है लेकिन भगवान न करे कि जिस तरह से मेरी मां और मुझे गाली दी हैं उसी तरह से भरी महफिल मे तुम किसी भी मां और उसके बच्चे को गाली दें कर या जलील करके उनके पवित्र रिश्ते को ख़राब या ख़त्म मत कर देना।

-


16 NOV 2023 AT 16:32

अगर तुमसे न मिले होते तो मैं अपनी जिंदगी में बहुत खुश थी पर अब मैंने हंसना छोड़ दिया है। मुझे सबके सामने झुठी मुस्कुराहट रखनी होती है पर मैं अंदर से टूट गई हूं ।
अब आप सब लोग बताओं कि कौन मेरी मुस्कुराहट वापिस लाएगा ?
अब मैं गहरे समुद्र में बहती जा रही हूं जहां से नहीं निकल पा रहे हैं ।

-


31 OCT 2023 AT 10:07

प्यार किया था किसी से अब हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं,
जो इन्सान छोड़ कर चला गया अब उसके आने की कोई उम्मीद नहीं रही हैं ,
तुमने मुझे प्यार इस कदर किया मै पागल हो गयी थी ,
न जाने मुझे कितनी‌ मुश्किलों का समना पड़ा उसकी कोई खबर नही हैं ,
न जाने कितने ही लोगों मुझे क्या - क्या बोला हैं उसी कोई खबर नही हैं तुमको ,
अब मुझे डर लगता हैं तुमसे हर कोई बात बताने मे ,
तुम्हारे प्यार ने अब मुझको अवारी और बाज़ारी बना दिया हैं ।
ग़लती बस इतनी हैं मैंने तुमसे प्यार क्यूं किया ?

-


9 OCT 2023 AT 11:23

रूबरू होंगे जिस दिन अपना यार से गम का एक भी कतरा न बहेगा इन आंखों से ,
महफ़िले कुछ यूं रोशन होंगी फूलों की बहार से कि दिल पुकार उठेगा ठहर जा कुछ देर और मेरे यार " ये होगा इज़हार थोड़ा प्यार से "।

-


9 OCT 2023 AT 11:14

मैंने कभी रोका नहीं तो भी वो चला गया , बेबसी दूर तक देखती रह गई।
रेत पर आंसुओं से जो लिखती थी मैंने , वो कहानी मेरी अधूरी रह गई ।

-


9 OCT 2023 AT 11:09

कितना दूर निकल गयी हूं मै रिश्तों को निभाते - निभाते,
खुद को खो दिया मैंने अपनों को पाते - पाते।
अब लोग कहने लगे कि दर्द है मेरे दिल में,
और थक गयी हूं मै मुस्कुराते-मुस्कुराते।

-


Fetching Virangana Verma Quotes