vanshika chavhan  
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Joined 6 April 2020


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21 JAN AT 22:13

राम पर मै क्या लिखूं , राम से ही मेरा नाम है।
राम से ही आज है , राम से ही अभिमान है।

200 वर्ष के धैर्य , विश्वास संग ज़िद पर विजय पताका लहराने पर हार्दिक शुभेच्छा।।

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31 DEC 2023 AT 17:14

2024 Resolution

जीत कर दिखाना है उन्हें,
जो हार का इंतज़ार कर रहे हैं।।

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18 NOV 2023 AT 21:12

तू हार गया तो क्या,
उम्मीद अभी बाकी है।
अभी तो सिर्फ अंधेरा हुआ है,
मगर सवेरा अभी बाकी है।।

परिणाम का आज मत सोचना,
जो होगा कल उसे स्वीकार करना।
ईश्वर ने तेरे लिए कुछ अच्छा ही सोचा होगा,
इसलिए हार या जीत पर कभी विचार मत करना।।

खरगोश समझकर मत सो जाना,
कछुआ बनकर चलते जाना।
लक्ष्य कभी भूल मत जाना,
अचूक होगा तेरा निशाना।।

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12 NOV 2023 AT 8:25

🚩🚩।।श्री राम।।🚩🚩

सरयू तट सज रहा रूप नवेली दुल्हन सा,
विश्व धरोहर गूँज उठा राम रूपी शंखनाद सा।।

हम हिंदु हम भारतवासी गौरव है विश्व राज के,
आ रहा है फिर अवध में राम राज नारायण का।।

भगवा रंग खिल उठा नीले सुनहरे अंबर में,
पुष्प वाटिका महक उठी श्री राम के जयकारों से।।

दीप जलाओ रंग बिछाओ राम लला के वंदन में,
रख पद अपने आप पधारो राम लला की अयोध्या में।।

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24 OCT 2023 AT 9:13

रावण नहीं पर रूप वहीं है , सबके मन का हाल वही है।
रावण दहन तो सिर्फ प्रथा है , मन के रावण का कभी अंत नहीं है।।

मर्यादित तो रावण भी था , सिर्फ राम नाम ही मर्यादित है।
कैलाश विजय शिव भक्त वो था , अहंकार ही उसका निर्वाणी है।।

लेकर सोच पुरषोत्तम की , भक्त रामेष्ट सा बनना है।
लेकर शिव धनुष राम का , अंत अहंकार का करना है।।

🚩विजय दशमी की हार्दिक शुभकामनाएं।।🚩

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1 JAN 2022 AT 11:01

नवीन वर्ष में प्रण ले लो कुछ नवीन विचारों की,
नकारात्मक सोच को साकार में बदलने की।।

सुख समृधी संग आरोग्य रहे धरा पर हर प्राणी,
नूतन सवेरा लाया है कुछ नवीन अभिलाषा की।।

आज से बेहतर होगा कल रहती रहे यही कल्पना,
लक्ष्य हासिल के पथ पर चलता रहे मानव अपना।।

नववर्ष की शुभकामनाएं।।

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6 DEC 2021 AT 17:58

हम निकले थे मोहब्बत की तलाश में,
चाय का ठिकाना मिला सर्द भरी शाम में।
मन की बात हमने जानी उस 10 मिनट की मुलाकात में,
प्यार के दो शब्द लिख देते काश तुम कोरे कागज़ में।।

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4 NOV 2021 AT 13:59

घर आंगन सज रहा रूप नवेली दुल्हन सा।
विश्व धरोहर गूँज उठा राम रूपी शंखनाद सा।।

भगवा रंग खिल उठा नीले सुनहरे अम्बर में,
पुष्प वाटिका महक उठी श्री राम के आगमन से।।

दीप जलाओ रंग सजाओ राम लला के वंदन में,
स्वागत करो देवलोक की तरह फूलों की बौछारो से।।

दीपावली की शुभकामनाएं।।🚩

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21 OCT 2021 AT 17:25

आओ एक बार फिर,

हम उसी सफर पर चले,
जहाँ हमे दूर से ही मंज़िल दिखे।

न अपना हो , न हो कोई पराया।
गुनगुनाता रहूँ मैं खुद से ही , हो सफर यह सुहाना।।

आओ एक बार फिर,
हम उसी सफ़र पर चले।।

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15 OCT 2021 AT 16:09

रावण नहीं पर रूप वहीं है , सबके मन का हाल वही है।
रावण दहन तो सिर्फ प्रथा है , मन के रावण का कभी अंत नहीं है।।

मर्यादित तो रावण भी था , सिर्फ राम नाम ही मर्यादित है।
कैलाश विजय शिव भक्त वो था , अहंकार ही उसका निर्वाणी है।।

लेकर सोच पुरषोत्तम की , भक्त रामेष्ट सा बनना है।
लेकर शिव धनुष राम का , अंत अहंकार का करना है।।

🚩विजय दशमी की हार्दिक शुभकामनाएं।।🚩

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