Vaibhav Verma   (The Scribbling Pad❣️)
52 Followers · 24 Following

Joined 10 November 2017


Joined 10 November 2017
13 JAN AT 3:31

अच्छी लगने लगी है ये खामोशियाँ ।
अब हर किसी को
.
.
.
.
जवाब देने का सिलसिला जो ख़त्म हो गया ।। 🍂

-


21 JUN 2023 AT 2:19

जिंदगी से कुछ ज्यादा नही, बस इतनी सी फरमाइश है,
अब तस्वीर से नही,
तसल्ली से मिलने की ख्वाइश है ।।🤞🏻

-


3 JUN 2023 AT 21:04

तुम भी कमाल करते हो,
उम्मीदें इंसान से लगा के,
शिकायतें भगवान से करते हो ।। 🙏🌟

-


28 DEC 2022 AT 23:48

किसी को घर से निकलते ही मिल गई मंजिल,
कोई हमारी तरह उम्र भर सफर में रह गया ।🍂

किसी को मिल गई मोहब्बत एक नज़र में,
कोई हमारी तरह उम्र भर सबर में रह गया ।। 🥀

-


13 OCT 2022 AT 23:35

मेरी आंख से उसका गम छलक तो नही गया,
उसे ढूंढ कर कही मैं भटक तो नही गया ।
ये जो इतनी बेरुखी से देखता है वो मुझे आज कल,
कहीं वो शख्स मुझसे ऊब तो नही गया ।।🫥

-


13 AUG 2022 AT 0:34

होंठों की हंसी को न समझ
हकीकत-ए-जिंदगी।
दिल में उतर कर देख कितने टूटे हुए हैं हम ।।🙂

-


20 JUL 2022 AT 0:15

जो खोल लेता आंखें वो,
तो सच उसे भी दिख जाता ।
महसूस होता, या ना होता,
पर वो दर्द उसे भी दिख जाता ।
वो तो बाजार नही लगता गम का इस दुनिया में,
वरना हमारा दर्द भी वहां लाखों में बिकता ।। 🙂🖤

-


5 MAY 2022 AT 14:45

कोई अच्छा लगे तो उससे प्यार ना करना,
उसके लिए नींदें खराब ना करना,
दो दिन तो आयेंगे वो खुशी से मिलने,
तीसरे दिन कहेंगे मेरा इंतजार ना करना ।।⏳

-


5 APR 2022 AT 12:55

वो साथ मेरे बैठा था पर किसी और के करीब था,
वो अपना सा लगने वाला किसी और का नसीब था ।।🥀

-


24 FEB 2022 AT 1:19

मैं कल भी मुसाफिर था, मैं आज भी मुसाफिर हूं ।
कल अपनों की तलाश में था, आज अपनी तलाश में हूं ।।❤️‍🩹— % &

-


Fetching Vaibhav Verma Quotes