Tushar Vats   (TUSHAR)
102 Followers · 88 Following

कण कण कृष्ण, कण कण कैलाशपति 📿🧘🌸
Joined 26 September 2020


कण कण कृष्ण, कण कण कैलाशपति 📿🧘🌸
Joined 26 September 2020
20 APR AT 11:27

मैं कैसे ही बताता मुझे था क्या हुआ,
जब लिखा तख्तियों पे, हाल कुछ बयां हुआ,
आता नहीं वापस पल जो बीत है गया हुआ,
साल गुजरे फिर कैलेंडर में, इस साल कुछ नया हुआ,

फिर से महसूस हुई बहारों भरी जिंदगी,
पाया उन्हें बाहों में दिल्लगी थी जिनसे की,
जिंदगी ये रेत जैसी, हाथ से फिर फिसलेगी,
दिखती चीजें धुंधली आजकल मुझे पीछे की,

मैं लिखता हूं खुद पे थोड़े विश्वास के लिए,
थोड़ी सी आस के लिए, थोड़ा टाइमपास के लिए,
कभी ना वादे कागजी किए, जो अपने नहीं उनसे कर फासले लिए,
जलेंगे खुशी में आज फिर दिये, कल की ना चिंता, सब करूं अपने आज के लिए।

-


16 APR AT 18:57

ये शीतल बहती हवाऐं, आपकी झुकती निगाहें,
फिर आपका शर्माना, फिर हम भी शर्माएँ,
हम खड़े फैला के बाहें, बस हुकुम फरमाएं,
सुकून हम चाहें, दिल में सौ बातें पर कुछ ना बताएं,

तेरा मुस्कुराना मेरी मुस्कानों के लिए लाजिमी,
सुकून देती है, तु ताजगी, असली सुंदरता है तेरी सादगी,
काश ये लम्हा ठहर जाए आज यहीं, बाद में देखेंगे बाद की,
अक्स तेरा कागज पे उकेर शायर बन कर डाली शायरी,

साथ रहना हाथों में हाथ थाम कर,
पुरी जिंदगी अब बैठा तेरे नाम कर,
हैं आवारा होने के इल्जाम मुझपे लाख,
पर छोड़ दी फिकर दुनिया की मैनें हसीन शाम पर,

मिजाज अब खो से गए हैं,
हम जो नहीं थे वो हो से गए हैं,
होश नए हैं, पाले इस दिल ने भी शौक नए हैं,
कैसे हो इलाज अब ये रोग नए हैं,

सब मुमकिन बस तेरे हो जाने से,
मेरा दिल डरता है तेरे रो जाने से,
दिल को है सुकून तेरे रोज आने से,
दिल के नए ठिकाने पर बहाने पुराने हैं।

— तुषार वत्स

-


16 MAY 2023 AT 2:01

मन की गहराइयों में जा, अथाह समंदर है,
जो तू बाहर से है, क्या वो ही तू अंदर है ?
तू जानता है कि मैं जानता हूं कि तू क्या जानता है,
खुद को तू जानता है और ये सारा खेल ध्यान का है,
चल अब मुक्त हो जा अपने "मैं" से,
अगला मुकाबला तेरा है समय से,
भयभीत होना छोड़ दे तू भय से,
चलना सीखा तूने देर से, रास्ते तो तय थे।

-


5 MAY 2022 AT 2:33

एक कल अतीत का, एक कल उम्मीद का,
एक बीत गया, एक आएगा। 💓

-


4 MAY 2022 AT 13:57

काश कि ये भागता हुआ सा वक्त थम जाता,
काश कि सब रुक जाता और सब जम जाता,
काश खिड़कियों से बाहर देखने पे बर्फ नजर आती,
काश वो बर्फ की चादर तुम्हारी एक आकृति बनाती,
और काश वो आकृति फिर कभी ना होती ओझल,
और काश मैं कह पाता की अभी रुको और दो पल। ❤️

-


3 MAY 2022 AT 10:14

You need to be calm in chaos,
Life is not always about win or loss,
There is equal probability of both,
When you take a coin and toss.

-


3 MAY 2022 AT 0:06

Without goals or a purpose,
Life is nothing but a circus.

-


2 MAY 2022 AT 10:34

He : Mera dil kyu toda 🥺

She : koi ni, sehlo thoda 😌— % &She : Mera dil kyu toda 🥺

He : koi ni, sehlo thoda 😌— % &Dunia kaa yhi kehna h,
Ki sehlo naa, thoda saa hi sehnaa h,
Tera dil tut bhi gyaa toh kyaa,
Dil toh fir bhi tere seene me rehnaa h.— % &

-


2 MAY 2022 AT 8:25

It does not matter if it is the month of
May or December,

There are certain memories we always
want to remember.

-


1 MAY 2022 AT 22:44

Laal rang kaa ishq,
Jisme baatein junoon ki hon,
Khoon ki nhi,
Laal rang kaa ishq,
Jisme baatein insaani kism ki ho,
Insani Jism ki nhi,
Laal rang ka ishq,
Jisme chaand taare hon,
Najaare hon,
Jimse usko chhune se phle,
Uske baalon ko sanwaare vo....
Laal rang kaa ishq,
Jisme jeevan ho, jeete ji naa maare vo,
Laal rang kaa ishq,
Jisne naa tu jeete naa haare vo...

-


Fetching Tushar Vats Quotes