Tejaswini Singh   (तेजस्विनी की कलम से)
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Joined 27 August 2018


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18 JUN 2023 AT 23:40

मुझे नहीं कमाना पैसा - वैसा, नाम - वाम, दौलत - शोहरत।
मुझे कमाने हैं कुछ लोग, जो सच में मेरे अपने हों और मैं भी जिनकी अपनी बन सकूं,
जिनके कंधे पर सर रख के दिल के बोझ को हल्का कर पाऊं,
जिनसे बेझिझक वो सारी बातें कह पाऊं, जो कहने से पहले सोचना पड़ता है,
जिन्हें मेरी खूबियों से ज्यादा मेरी कमियां भाए,
जिन्हें बता पाऊं अपने शौक, अपने डर, अपने अंतर्मन की सारी बातें.....
जिनके बिना बताए जान लूं उनकी बेचैनी
जिनके हंसते चेहरे की उदासी को पहचान लूं
जिनके बेचैन मन को शांत कर पाऊं, कुछ पल ही सही
पर बन पाऊं एक कंधा, जिसपे सर रख कर ले सके वो सुकून की सांसें
बस ऐसे ही कुछ लोग कमाने हैं, जो सच में मेरे अपने हों और मैं भी जिनकी अपनी बन सकूं।
- तेजस्विनी

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8 SEP 2021 AT 22:40

दिमाग ने सोचा था नहीं मरना अब किसी पर
उसकी आंखें देखकर मेरे दिल ने दिमाग से बगावत कर दी

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8 SEP 2021 AT 22:27

तुम्हारे इंतज़ार में है ये आँखें
जो तुम आओगे,दिए जलाऊंगी

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22 JUN 2021 AT 23:41

तुम समझते क्यूं नहीं
वक़्त ज़्यादा नहीं है हमारे पास
अपने व्यस्त सी ज़िन्दगी से ही
कुछ पल तो निकालो मेरी ख़ातिर

ना ज़्यादा ख्वाहिशें, ना ज़्यादा उम्मीद है तुमसे
बस चार बातें तुम कर लिया करो
दो मेरी सुन लिया करो
इतना ही बहोत होगा मेरी ख़ातिर

ना हाल ए दिल बयाँ करते हो
ना शिकायतें सुनते हो मेरी
हलचल भरी जिंदगी में
सुकून के दो पल तो निकाल लिया करो मेरी खातिर

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12 JUN 2021 AT 23:58

इन आँखों की हसरत को पूरी कर दो
हमारा मिलना अब तुम ज़रूरी कर दो
इंतेहा हो गयी है अब तेरे इंतज़ार की
मेरी माँग अब सिंदूरी कर दो
मेरी माँग अब सिंदूरी कर दो

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6 JUN 2021 AT 1:03

सिर्फ छू कर यूँ बहक जाने को नहीं
उतार कर रुह में महक जाने को कहते हैं "इश्क़"

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13 MAY 2021 AT 0:36

बस एक ही तमन्ना है।
ये जो चार दिन की ज़िंदगी है न,
तेरे साथ गुज़ारनी है।

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3 MAY 2021 AT 0:06

जिनसे बातें खत्म नही होती थी,
उनके पास आज बातें ही खत्म हो गयी।

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27 APR 2021 AT 18:07

कमी खलती है।
हाँ, आपकी कमी खलती है।
देखती हूं जब होली दीवाली पर बच्चों को अपने पापा से पटाखे के लिए ज़िद करते हुए
तब कमी खलती है।
देखती हूँ,स्कूल से कॉलेज तक सब को अपने-अपने पापा के साथ जाते हुए,
तब कमी खलती है।
देखती हूं,
सब को अपनी खुशियां और ग़म अपने पापा से बांटते हुए
तब कमी खलती है।
देखती हूँ,तस्वीरें सब की अपने अपने पापा के साथ
और 'my dad is my super hero' का caption लगाते हुए
तब कमी खलती है।
देखती हूँ,एक पिता को ज़िन्दगी भर अपने बच्चों के लिए हाथी घोड़ा बनते हुए,
उनका साथ देते हुए,
तब कमी खलती है।
देखती हूँ,एक बस आपके ना होने के कारण, समाज वालों को हमारा आत्मविश्वाश कमज़ोर करते हुए,
तब कमी खलती है।
देखती हूं, जब कुछ नाम के अपनों को ही बुरा बोलते हुए,
साज़िश करते हुए
तब कम खलती है।
देखती हूं, सब की माँ को साज ओ श्रृंगार करते हुए,
चूड़ी,पायल,बिंदी पहनते हुए
तब कमी खलती है।
आपकी कमी खलती है।
हर वक़्त आपकी कमी खलती है।
सुख में, दुख में, family photos में
ज़िन्दगी के हर एक मोड़ पर, हर एक पल में, कमी खलती है।
हां, आपकी कमी खलती है।
We miss u papa
Keep blessing us.
-तेजस्विनी

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15 APR 2021 AT 1:03

मुझे तुमसे प्यार हमेशा रहेगा

तुम चाहो तो भूला देना मुझे
पर मेरे दिल में
तुम्हारे लिए प्यार हमेशा रहेगा
चाहो तो मोड़ लेना तुम रास्ते अपने
पर मेरी इन आँखों को
तेरा इंतज़ार हमेशा रहेगा
गर चाहो तो बिछड़ जाना मुझसे
पर मेरा ये दिल तुमसे
मिलने को बेकरार हमेशा रहेगा
गर चाहो तो कर देना इनकार मुझे पहचानने से
पर मेरी तरफ से
सरेआम मेरे प्यार का इजहार हमेशा रहेगा

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