मैं तेरे आने वाले कल का बिम्ब हूँ,
तू जितना दूर भागेगा,
कबतलक तू झुठलाता रहेगा,
मैं तेरी हकीकत की अटल परछाई हूँ,
तू मुझ से कब तलक मुँह फेरेगा,
मैं तेरे आने वाले कल का अक्षय बिम्ब हूँ,
तू जो ना बदल पायेगा मैं वो तेरे भविष्य की तकदीर हूँ,
तू भाग जितना दूर भागेगा, मेरे उतने बड़े रूप को देखेगा,
माना आज तेरी रौनके कुछ है परवान चढ़ी,
तू मुझ से कब तलक मुँह फेरेगा,
मगर कल की हकीकत से है जुड़ी,
तू गर साफ देखेगा दिल का आयना,
सवर सुधर जायेगा तेरा भविष्य,
तू आ मुझ को आज गले लगा, कर ले जमीर की सेवा,
कल नहीं हर जर्रा जर्रा तेरा होगा ये तय हैं, बस अपने को पहचान ले,
मैं तेरे आने वाले कल का सुंदर सत्य बिम्ब हूँ,
तू जितना दूर भागेगा, भाग कर भी ना भाग पायेगा.. ना अभिमान कर..✍🏼🐦
(अनुशीर्षक)
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