हार के बाद फिर से जीतना चाहतीहूँ
सुनो जिदंगी मैं तुमसे हारना नहीं चाहती हूँ।
गलती के बाद उसे सुधारना चाहती हूँ
सुनो जिदंगी अब मैं दोबारा गलतियों को दोहराना नहीं चाहती हूँ
रोने के बाद फिर से हंसना चाहती हूँ
सुनो जिदंगी पर मैं तुम्हें खुद पर हंसाना नहीं चाहती हूँ।
अपनी गलतियों को नजरअंदाज कर दूसरो पर चिल्लाना नहीं चाहती हूँ
सुनो जिदंगी खुद को और दूसरों को अब समझना चाहती हूँ।
सुनो जिदंगी तुम्हे बहुत कुछ सुनाना,
और अपने आप को थोड़ा सा सुधारना चाहती हूँ,
सुनो जिदंगी अब मैं बहुत कुछ करना चाहती हूँ।
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