प्रेम !!
प्रेम त्याग हैं प्रेम राग हैं,,
एक छोटी सी ख्वाहिश का अनुराग हैं!!
कुछ सुनना हैं, कुछ सुनाना हैं!!
बड़ी सी दुनिया में किसी के दिल में,,
एक घर बनाना हैं!!
मतलबी सी दुनिया में ,,
बेमतलब किसी का बन जाना हैं!!
एक सुर हैं उसके होने पर ,,
कभी यादों में सरगम सजाना हैं,,
बिन कहे किसी की मुस्कराहट बन जाना हैं !!
नजर के रास्ते दिल में उतर जाना,,
नजारे बनकर उसके उसके चहरे पर खिलना!!
कोई पूछे मुझसे चाहत,,
मेरे दिल में तुम्हारी आहट!!
जिस्म की दुनिया से दूर,,,,,,,,
वो रूह में उतर जाए!!
कोई मज़बूरी नहीं,,,,,,,,,,,
मेरी मजबूती बन जाए!!
विश्वास की डोरी से,,
अरमान को आसमान दिखाए!!
ना चाँद लाए ना सितारें सजाये,,
इस भीड़ में कोई ख़ुद से ज्यादा चाहे!!
वो मेरे दिल में खुदा बन जाए!!
किसी के दिल में घर बन जाए!!
जो दूर रह कर भी ना टूट पाए!!— % &
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