थोड़ा लिखूँगी, आधा लिखूँगी, दर्द लिखूँगी, जज़्बात लिखूँगी, ज़िन्दगी लिखूँगी, मौत लिखूँगी, कहानी लिखूँगी, शायरी लिखूँगी, दो शब्द लिखूँगी, चार शब्द लिखूँगी, मोहब्बत लिखूँगी, बेवफ़ा लिखूँगी, बेशर्म लिखूँगी, बेहया लिखूँगी, मैं सौ दफा लिखूँगी, मगर पूरा लिखूँगी|
मौहब्बत पूरी हो ये जरूरी तो नही इश्क़ मुकम्बल हो ये जरूरी तो नही तेरी खुशियों के लिए हर गम चुप सहते रहे मगर तुझे इसका एहसास हो ये जरूरी तो नही छोड़ दिया तुमने हमें बेवफा समझकर अब हमारी वफाई का सुबूत जरूरी तो नही ठुकरा दी तुमने हमारी मौहब्बत अब धरती की चाह मैं आसमान रोये ये जरूरी तो नही