ऐ दोस्त,
बड़ी देर से मिला तू,
खुशनसीबी ही है मेरी,
जो मिला मुझे तू।
नाम तो कई लिए होंगे,
मगर पुकारा सिर्फ तुझे ही है।
बांट के मेरे साथ अपनी ज़िन्दगी,
बनाया तूने इसे हसीन है।
ऐ दोस्त,
जो आ गया है अब तू,
तो रहना साथ कयामत तक।
तुझे ढूंढते- ढूंढते थक सा गया था मैं,
अब अगर खो दिया, तो सब हार जाऊंगा मैं।
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