वो शख़्स, ना जाने कितने लोगों को हंसाया,
वो शख़्स, ना जाने कितने लोगों को खुशियाँ बाँटने सिखाया,
बात जब उस शख़्स के मुस्कुराने की आई,
इक़ छोटा-सा मास्क ने उसकी हंसी चुराया।
पर ख़ुदा के सामने उसकी एक न चल पाया,
तब उसने अपना करिश्मा दिखाया,
फिर आईना लाया,और दोनों संग मुस्कुराया।
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