!!लेखक!!
शब्दो के जोर से एक कहानी बनती हैं
लेखकों की कलम से कभी ना भूलने वाली जुबानी बनती हैं
शब्दो के मोतियों में पिरोते हैं अपने जज्बातो को
कभी गम तो कभी खुशियाँ बताते हैं ज़माने को
इनके सपनो की कोई सीमा नहीं होती
जहाँ आम लोगो की सोच खत्म, वही से इनकी शुरू होती
जमाना इनका मुरीद हो जाता हैं
जब इनके मुँह से ग़ज़ल पढ़ी जाती हैं
महान कवियों से लबालब हैं भारत
उनकी लेखनी का कायल हैं भारत
उन्हें पढ़ दिल प्रफुलित हो जाता हैं
सारे सार जैसे आँखों के सामने आ जाता हैं
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