हर मुस्कान के पीछे अपना दर्द छुपाना,
अंदर से रोना लेकिन चेहरे पर मुस्कान रखना,
अपनों की खुशी के लिए अपनी इच्छाओं को मार देना,
चंद खुशियों की खातिर घर परिवार छोड़ देना,
कहां मुश्किल होता है एक लड़का होना,
कहां मुश्किल होता है घर का बेटा होना।
घर की जिम्मेदारियों का बोझ अपने सिर पर ढोना,
बेबस होकर हजारों बातें सीने में दबा देना,
जिंदा होकर भी एक जिंदा लाश हो जाना,
कहां मुश्किल होता है एक लड़का होना,
कहां मुश्किल होता है घर का बेटा होना।
भीड़ के बीच भी खुद को अकेला पाना,
लोगों के ताने सुनकर भी खामोश रहना,
अपने आंसुओं को पीकर खून पसीना बहाना,
परिवार की खुशियों खातिर अपना दर्द तक भूल जाना,
सीने में भटकती आग लेकर आगे बढ़ते जाना,
लहूलुहान होकर भी जुबां में एक उफ्फ तक न लाना,
कहां मुश्किल होता है एक लड़का होना,
कहां मुश्किल होता है घर का बेटा होना।
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