हाॅं .... चाहती हूॅं मैं बुद्ध बन जाना या फिर यशोधरा बन जाना मात्र एक तपस्विनी बनकर तपस्या में स्वयं को समाधिस्थ कर देना न हो कोई अभिलाषा ना हो कोई उद्वेवलता मनन भी ना करुॅं उस आहार का जो स्वविद्रोही हो त्याग दूं उस उच्च स्तरीय पट वस्त्र का बस तपाग्नि में जल जाऊं हां मैं यशोधरा बन जाऊं Vibhu_Shukla