Swati Garg   (Swati Garg)
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Joined 18 September 2020


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Joined 18 September 2020
11 MAR 2023 AT 22:43

सौ दिखावे के रिश्तों से एक गहरा सम्बन्ध लाख गुना अच्छा है,
क्यूंकि दिल से निभाने को दिल तक जा सके सिर्फ वही रिश्ता सच्चा है।

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8 MAR 2023 AT 19:07

Hey woman gather your zeal,
Not for him,  not for her,
But for your true self to reveal,

Partner a smile with mirror,
love what's you, be wholly you,
Add some sheen, to make it bigger,


Betrayal or body shaming shred into pieces,
Strength is inside, just kindle insight,
Clad in your dream gown, iron all your creases.

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7 MAR 2023 AT 19:46

लाल को पीले से मिला दो, नीले को हरे से मिला दो,
होली 2023 ज़रा, इंसा को इंसा से मिला दो,
गुजिया की मिठास रिश्तों में मिला दो,
भांग का नशा, भक्तों पर चढ़ा दो,
होली मिलन में इस बार, बिछड़ों को अपनों से मिला दो।

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17 FEB 2023 AT 19:04

शिव ही कर्ता शिव ही धर्ता,
अर्द्धनारीश्वर शिव संहारकर्ता, जन्में जिनसे सिद्धिविनायक विघ्नहरता,
पत्ता पत्ता जिनका स्पंदन एवं संबोधन करता,
मानव नित उन्हें समझने का सूक्ष्म शोधन करता।

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13 FEB 2023 AT 23:23

तुम हो तो फ़िजा में खुशबू है
बाहों में बहार है,
तुम हो तो नज़ारों में चमक है
सपने बेशुमार है,
तुम हो तो अल्फाज़ों में खनक है
जज़्बातों की कतार है,
तुम हो तो जीने की सनक है
ज़िंदगी गुलज़ार है,
तुम हो तो हर दिन वेलेंटाइन है,
हर पल में संग मेरे प्यार है।

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26 JAN 2023 AT 19:07

लपेटे हुए हरी घास का घाघरा,
ओढ़कर सूरज की लाली वाली चुनरी,
सुन्दर  फूल कनेर के लगाते जैसे आल्ता,
सँवारे ज़ुल्फ डाल डाल ,बयार केसर वाली,
पहन पायल गुनगुनाती लताओं की,
खनकाये चूड़ी बसंत बहार की,
सुन्दर सजीली दुल्हन बन प्रकृति,
पुकारे मीत, निभाने रीत मिलन  की,
अब जाओ निर्मोहे पतझड़ छायी उम्मीद गुलशन की,
आई है बसंत ऋतु सुनकर पुकार कण कण की।
Happy Basant Panchmi🌼🌼🌼

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15 JAN 2023 AT 17:29

माना ये तुमने लगाया होगा पर जड़ से उखाड़ने से पहले ज़रा माँ वसुंधरा से तो डरो,
समझते हैं माँ-बाप जो बच्चों को जागीर अपनी वो बुढ़ापे में एक एक मुस्कुराहट के लिए तड़पते हैं।

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13 JAN 2023 AT 20:10

तिल की कड़वाहट मिटाने को गुड़ की मिठास मिलाते हैं,
जीवन का उल्लास बढ़ाने को हम सब त्योहार मनाते हैं,
धोकर पाप सभी, पावन गंगा में पुण्य कमाने का संकल्प करो,
तिल तिल जल रही है दुनिया इस मकर संक्रांति माँ प्रकृति की सेवा करो।
लोहड़ी, मकर संक्रांति, बीहू एवं पोंगल की अनेक अनेक शुभकामनायें

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31 DEC 2022 AT 23:15

कुछ अच्छे, कुछ बहुत अच्छे,
कुछ निराश, कुछ कर गए हताश,
ऐसे ही लम्हों से जूझती  हुई ज़िंदगी,
सब कुछ पाने को निकल पड़ती,
हर साल ये कहानी नए नए मोड़ लेती,
कोई कुछ सिखला के जाती कोई रुला के जाती
हर नया पल, नया सा जियो ये समझा के जाती।
Happy new year to everyone💐💐💞💞💫💫


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25 DEC 2022 AT 14:26

No more covid variant now,
O santa pls make this Christmas wow,
Kids have suffered miserably, missed their reindeer in snow,
Bless them now with Jesus Christ's best New year's throw.

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