प्यारे माता - पिता,
इस दिवाली हमारे घर को कुछ यूं सजा देना,हर कोना हमारी यादों से जगमगाने लगे!
कुछ दिए हमारी मुस्कुराती आंखों से जगमगाएंगे,
फड़फड़ाती उन लौ को अपने हाथों का सहारा दे देना.
मंदिर की पूजा की थाली पर अपने दोनों हाथ लगा
आपके घर की लक्ष्मियों को अपनी सोच में पूजा में साथ बैठा लेना, हमारा ही यह घर है, हमसे ही वह घर है.,हम वही हैं आपके पास बस यह सोचकर इस बार दीवाली मना लेना!
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