हैं मालूम की कैद है हम,
पर भी रास्ते की तलाश है,
न निकल सके है अब तक,
पर निकलने की आस है,
माना की अतीत थोड़ा बुरा है,
जो चाहा वो ना मिला है,
पर अब उस अतीत को बदल,
भविष्य को सुंदर बनाना है,
ना मिला है जो रास्ता,
उस रास्ते को पाना है,
दूर नहीं मंजिल मुझसे,
ये तो मुझे पता हैं,
पर पाया नहीं है इसे अब तक,
अब पाना ही बचा है,
हैं मालूम की कैद है हम ....
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