आज फिर हसकर, उन्हें रुला दिया
अब ना करूंगा परेशान उन्हें, सोचा था
हस हस के उन्हें, फिर से रुला दिया
माफ़ी मांगू तो किस मूंह से, अपनी
मुस्कान, जो उनकी फिर से छीन लिया
गलती हो गई मुझसे, हमनें मान लिया
गलत हम थे, हमनें ये जान लिया
अब ना करेंगे, फिर से ऐसा कुछ
दिल ही दिल में ये ठान लिया अब
हो अगर कर सको तुम, मेरी खता माफ़
लोटा सको, तो लोटा दो मेरी परछाई आप
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