क्या आरजू है जिंदगी की जीने के लिए है मुकामल कोई दास्तान लिखने के लिए.. कैसे होजाता है रूबरू अंजानो से इसकदर ये रूह. बेख्याली में होश ही उड़ा बैठे है अंजन से जान बनकर.❤️आखिर जान ही ले बैठते हैं 💞 .. अनवर अली
शराबी मर गया होता, निगल लेता सनम की आँख की मय को, हलक, उसे क्या इल्म था जो पी गया, ज़हरी है वो पलकों तलक।
इल्म था तुमसे बिछड़ने का तुमसे ऐ सौदागर रुहानियत का सौदा फरेब से नहीं कर सकते थे.. रहेगिरो की दुनिया में रहनुमा की तलाश कर अपना क़ाफ़िला फिर से उजाड़ नहीं सकते
क्या फायदा हुजूमे जहां की मोहब्बत में अपनी कस्ती उतारने से। सुकुन का तो पता नहीं पर बेचैनी से कारवां का मिलन जरूर होगा। इतेफाक आस काश में सिमटी है मोहब्बत की दस्तूर। आजमाइश दिलों के सौदे बिखरते लफ्ज़ टूटी आश बिखरते सजाए हुए ख़्वाब और टूटे तुम।।
Khabo ki manjil Kaha sch Hoti hai hmesa .. Kha Sare mannate Puri Hoti hai ... Musafir to Jamane me BHI the manzil kha hasil hui.. Bs Drr yehi hai kanhi Khabo Ka sukoon na toot jae .... Jo pae Khabo me khi kho na jae.. Mitha hai khab bs ae jindgi jindgi ko khab hi rhne do..❤️❤️❤️
इतनी मोहब्बत क्यूं दिए जा रहे हो वफ़ा पे वफ़ा आप किए जा रहे हो
Hai malum hme tm se acha Na milega hme rehbar..🌺 Bina shart tjhse mohhabat kie Jarhe ..❤️ Bina aibo ki hai mohhabat Hmare.. Islie wafa pe wafa kie jarhe..🌹 Insta@sukoon_silah Good morning 💞