अगर जिंदगी में प्यार, विश्वास, अपनेपन जैसे रिश्तों की छाँव ना होती.... संघर्ष इंसान को निखारता है और रिश्तों में प्यार, विश्वास और अपनेपन की छाँव इंसान के जीने की वज़ह बन जाती है।। #Suhanisingh
चाँद हमारा गम ना करना छोटी-छोटी सी बातों से, दिल को यूँ, मायूस ना करना... अपने प्यार की महक मेरे दिल में, कम ना करना... ख्वाहिशों के, चमन में, उम्मीद के फूल कम ना करना।। #Suhanisingh
मेरे पहलू में मेरे पहलू में आकर जब वो बैठ जाते हैं, दिल के कोने में कई ख़्वाब,जगमगाते हैं... सूनी-सूनी सी दिल की बस्ती में, कितनी उम्मीदों के जुगनू झिलमिलाते हैं।। #Suhanisingh
अस्तित्व की महक जैसे कमल, कीचड़ में और गुलाब काँटो में अपनी महक और वजूद नहीं खोते, वैसे ही अच्छाई और सच्चाई बुराई, पाखण्ड और अड़चनों में अपना वजूद नहीं खोती। -Suhani singh
थोड़ी सी हँसी,थोड़ी सी खुशी थोड़ा गम भी हो तो कोई बात नहीं, तुम हाथ पकड़कर साथ चलो तो हो दर्द का यूँ अहसास नहीं.. इस रँग बदलती दुनिया में मिल जाये सच्चा साथ कोई, मेरे दिल को धड़कने की आखिर वज़ह तो मिल जाये कोई।। #Suhanisingh
शाम के साहिलों पर प्रकृति ने सुकून की खूबसूरत दुनिया रचाई.... सुरमई शाम ने खुशबू अपनी बिखराई मधुर पवन के,शीतल झोंके संग अपने लायी.... महकी-महकी,झीनी-झीनी रात की चादर ओढ़े नवयौवन की ले अँगड़ाई खुमारी चारों ओर बिखराई.... चाँद, तारों की चुनर ओढ़े, घूँघट से झाँके,कोई दुल्हन प्रियतम से मिलने को आयी.... साजन ने सजनी, सँग मिलकर, प्रेम की मधुर, घड़ी बिताई।। #Suhanisingh
जब इश्क का इत्र रूह में घुल जाता है.. साया बनकर साथ निभाता है तो इश्क महकता रहता है आबाद किसी गुलशन की तरह.... जब दिल से दिल मिल जाते हैं सुख-दुःख में साथ निभाते हैं.... तो इश्क महकता रहता है कल-कल करते झरने की तरह गुलशन में खिलते फूलों की तरह ।। #Suhanisingh
ये उदास-उदास आँखे ये उदास-उदास चेहरा ये उदास लब,जब मुस्कुरायेंगे सतरंगी ख्वाबों से सज जाएँगे.. दिल के गुलिस्ताँ में जब ख़्वाहिशों के, फूल खिल जायेंगे हम-तुम साथ मुस्कुरायेंगे.. अरमानों के आशियाने में सुकून ऐ बहार के दीप झिलमिलाएँगे ख़ुशियों की महफ़िल सजाएंगे।। #Suhanisingh 10-8-2021