Sudhanshu Singh   (Alfaaz!)
10 Followers · 14 Following

Evolving writer
Joined 20 November 2019


Evolving writer
Joined 20 November 2019
30 APR AT 19:18

भक्ति प्रह्लाद के समय ही ठीक थी, अल्फ़ाज़!
आज कल तो भगवान दुआओ में कम,
लोगो की तसवीरों में ज़्यादा नज़र आ रहे है ✨

-


30 APR AT 19:13

तुम नाराज़ हो, एक खुदा है
वो सुनता नहीं तुम्हारी,
नादान है वो ज़रा,
दिखावे की मोहब्बत उसे अक्सर फरेब लगती है ✨

-


29 APR AT 1:56

ज़ख़्म अपने बेहद भरोसा कर दिखाये थे उसे अल्फाज़!
वो महरूम हस-हस कर सारे ज़ख्म खरोदता चला गया✨

-


27 APR AT 20:44

वो नादान अभी अपने ख्वाबो में
एक सितारा बना ही था..
कम्बख्त दुनिया के भोजन ने
आखों से नींद ही छीन ली उसके ✨

-


26 APR AT 11:52

मोहब्बत हशरत तक ही ठीक है..
इश्क मुकम्मल हो जाए तो..
एक रोज़ तबाह ज़रूर करेगा अल्फ़ाज़ ✨

-


25 APR AT 14:29

वो नादान अपने ख्वाबो में
एक सितारा बना ही था अभी
हरामी दुनिया का दस्तूर देख अल्फ़ाज़
मासूम की आखों से नींद ही छीन ली उसने ✨

-


21 APR AT 19:23

गुरूर था, किसी दरमियान ना झुके कभी
अल्फ़ाज़!
रूबरू उस शक्स से क्या हुए
कम्बख्त हर मंदिर - दरगाहों के रास्ते मालूमात हो गए ✨

-


16 APR AT 20:44

गुरूर था, किसी दरमियान ना झुके कभी
अल्फ़ाज़!
रूबरू उस शक्स से क्या हुए,
कम्बख्त हर मंदिर - दरगाह के रास्ते मालूमात हो गए ✨

-


15 APR AT 21:25

कुछ यूं लिखा है इश्क को मैंने
मोहब्बत-ए-ऐतराब में..
के जो भी पढ़ेगा इश्क, अल्फाज!
खुदा कसम
नफ़रत ही करेगा✨

-


12 APR AT 14:22

कुछ यूं थक कर आया था उस शाम
मेरे दरमियान वो अल्फाज़,
आंखों में शर्म
उसकी फरेबी का जवाब खुद दे रही थी

-


Fetching Sudhanshu Singh Quotes