Sudhanshu Shahi   (the_reflective_nib)
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~~ मेरी तुम्हारी इक जैसी ही हाज़त है,
लिखना पढ़ना हम दोनों की आदत है । ~~
Joined 20 May 2018


~~ मेरी तुम्हारी इक जैसी ही हाज़त है,
लिखना पढ़ना हम दोनों की आदत है । ~~
Joined 20 May 2018
17 APR AT 1:04

तुम तो नहीं हो फिर भी देखो बातें तुमसे सब होती हैं,
कोशिश जारी है अब देखो दूरी तुमसे कब होती है |

इनसे लड़कर ही सोता हूँ, उठते ही फिर आ जाती हैं,
अपनी यादों को समझा लो, आने कि भी हद होती है|

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11 MAR AT 22:45

Someone said "30 years ago" and my Mind went " Ah Yes 1970's" but actually they meant 1994 and now I need a moment

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20 FEB AT 23:36

तुम तो नहीं हो फिर भी देखो बातें तुमसे सब होती हैं ,
कोशिश ज़ारी है अब देख़ें दूरी तुमसे कब होती है I

इनसे लड़कर ही सोता हूँ, उठते ही फिर आ जाती हैं,
अपनी यादों को समझा दो, आने की भी हद होती है I

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17 FEB AT 0:50

So! Here u are
Too foreign for home,
Too foreign for here,
And never enough for both.

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13 JUN 2023 AT 15:41

टूटे खिलौने जुड़ थोड़ी जाएंगे शोक मनाने से भी,
पर बच्चा ज़िद थोड़ी छोड़ेगा कितना समझाने से भी।

देखना तुम एक दिन आसान होगी ज़िन्दगी,
यानी खुद से भी झूठ बोलें और फिर ज़माने से भी,

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7 JUN 2023 AT 2:28

अब अगर मिल भी गए तो क्या भला हो जाएगा,
आँसुओं का इस तरह क्या हक़ अदा हो जाएगा।

रास्ते सब बन्द हैं, पर सब्र मेरा देखिए,
अब भी लगता है कि कोई मो'जिज़ा हो जाएगा।

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6 JUN 2023 AT 21:27

सफर है लम्बा रात है गहरी पाँव थके हैं रस्ता मौन,
सजर भी सोच रहे हैं ऐसी दूभर डगर पर आया कौन ।

तेरे संग बिताये लम्हे याद तो हैं, पर याद नहीं,
कौन गया था मिलने तुझसे, तुझसे मिलकर लोटा कौन ।

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29 MAY 2023 AT 4:33

जो जहां का होता है वो वहीं पे आता है
वरना आखिर समन्दर नदी को कब बुलाता है ।

लाख़ समझाया मगर ये दिल है कि हर बार,
वहीं जाता है, चोट खाता है, लौट आता है ।

जख़्म तो बेचारा अपनी जगह साक़िन है,
तू खुद ही उसे बार बार कुरेदता जाता है ।

हो चुकी है एक मुद्दत, शाख़ से टूटे मुझको,
वो है कि मुझे अब भी, तूफां का डर दिखता है ।

क्या हुआ जो एक आंसू तेरी आंख में उभरा,
छोटा सा तो बर्तन है, कभी छलक भी जाता है ।

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24 APR 2023 AT 10:58

The secret of happiness u see, is not found in seeking morale, but in developing the capacity to enjoy less.


Socrates

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28 MAR 2023 AT 0:33

U r not the same person u were a while ago, u will not be the same person u r today, we all grow, at our own pace, but surely we all do.
So its ok.
U can forgive yourself, for not taking that step that day, for not expressing urself that day, for trusting the wrong person, for being the wrong person.
Its alright
U can forgive yourself.

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