Subhashree Rath   (Subhashree)
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To live with dignity ✨
✨ लेखिका ✍🏻🤍
Joined 25 September 2021


To live with dignity ✨
✨ लेखिका ✍🏻🤍
Joined 25 September 2021
13 APR AT 20:17

हिंदुत्व के नाम पर वोट मांगने वाला सरकार 

सिर्फ मंदिर बनाने में कामयाब रही हैं 

वरना अगर असली हिंदुत्व की समझ होती तो 

जलती हुई मणिपुर में जब एक लड़की की बलात्कार हुआ 

जब देश की महिला खिलाडियों ने यौन उत्पीड़न जैसे घिनौनी जुर्म का सामना किया 

प्रतिवाद करने पर उनको रास्ते में घसीट कर जेल में बंद करदी गई...... तब ये हिंदू शासक चुप क्यों????

हिंदू शास्त्र के अनुसार यहां द्रौपदी के चीरहरण पर महाभारत 

और सीता के अपहरण में लंकाकांड हो जाते हैं......

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7 APR AT 18:53

It is not our religion but our education what is in danger.

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14 FEB AT 10:58

इस दुनिया में सच्चा प्यार मिलना इतना आसान नहीं  

कभी कभी जिसे तुम पसंद करते हो उसको तुम पसंद नहीं
वो तुमको पसंद करे तो वो तुमको मंजूर नहीं होती हे

और अगर गलत इंसान मिलगाया वो फायदा उठाने का एक मौका नही छोड़ेगा....... अगर दोनो सच्चे हो तो बीच में दीवार बनेगी जाति 

अक्सर दो प्यार करने वालों की चाहत और कुरवानी नहीं वाल्की उनका जाति देखा जाता है

 जाति एक है तो फिर ठीक अगर अलग हुआ ना तो वो दोनो को यह समाज बलपूर्वक अलग कर देता है और अगर ये लोग अलग न हुए तो इनको या तो परिवार से अलग होना पड़ता हैं , नहीं तो !!!!!  इनकी लास मिलता है..........

और जब ये सब हो रहा होता है ना 

वोही दो प्रेमी जो एक दूसरे की दुनिया होते है उनकी जिंदगी की सभी खुशियां छीन लेने के बाद , हमारी ये स्वार्थी दुनिया इनका दर्द को ठुकराने के बाद ,इनकी भावनाओ से खिलवाड़ करने के बाद , इनकी दर्द पर हसता है और मजाक उड़ाता है... और सोचता है की वो जीत गया पर असल में वो हार गया और अपने साथ इंसानियत को भी हरा दिया.......

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10 FEB AT 19:52

आप जितने नकली होंगे, आपका दायरा उतना ही बड़ा होगा।

आप जितने अधिक वास्तविक होंगे, आपका दायरा उतना ही छोटा होगा।

ये सर्वविदित तथ्य हैं.

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4 FEB AT 1:15

कभी कभी आसमान की ऊंचाई को छूने की काबिलियत रखने वाला बाज समाज क्या कहेगा की सोच से पिंजरे का तोता बन जाता है ......

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30 JAN AT 20:14

Girls fight
Starts latter in society
First they have to take rights from their family
Those girls are lucky
Who never had to beg for their rights..
Otherwise thousand of wishes, their dreams are burried forever.........In the name of family and responsibilities...
And as usual slogans continue to be raised that women are equal to men.....

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26 JAN AT 10:25

देश की स्वतंत्रता के लिए जिन्होंने दिया अपना बलिदान
आज उनको याद करना है
हिंदू, मुस्लिम, ब्राह्मण, शुद्र की भेदभाव छोड़ कर
खुद को भारतीय का नाम देना है........
क्यों अलग करना है मुल्क को अपनी
जाती और धर्म के नाम पर
भूलो मत आजादी केलिए लड़े थे
हम सब साथ मिलकर......
जात पात को त्याग कर यारों
आओ मिलाएं हाथ
सेवा करेंगे भारत माता कि
आजाओ सब साथ......
देश से है मोहब्बत हमको
देश के उपर कुछ नहीं
याद करो भगत सिंह और चंद्रशेखर आज़ाद को
जिनको बलिदान मंजूर था मगर गुलामी नहीं.....
कहां गए वो देश की वो वीर संतान
जो भारत माता के लिए अपनी जीवन त्याग दिए थे
जाती और धर्म के नाम पर दंगा करेंगे
मेरे भारत की युवा ऐसे तो नहीं थे..........
हमारी एकता ही हमारी ताकत है
जिसको मिटा न सके कोय
भेदभाव छोड़ के लेहरा दो त्रिरंगा
और एक साथ बोलो " भारत माता की जय"...........

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22 JAN AT 12:13

राम मंदिर का सपना पूरा हुआ
पता नहीं कब राम राज्य बनेगा....

रामलाला तो आ गये देश में
पता नहीं कब उनके आदर्श को समाज अपनाएगा.......

रघुनाथ के आने से खुश तो बहुत हूं मैं
मगर कब गरीबी, भ्रष्टाचार, जात पात और ऊंच नीच का भेदभाव हटेगा ????

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