हो आपकी इजाज़त तो। खुशियां में भी मनाऊँ क्या । दिल अपना दे दो तो । अरमा में भी सजाऊ क्या ।। सरू करनी है महोबत । तो गुलदस्ता मंगवाऊँ क्या ।। मिलने की हाँ कहो तो । दिल में जगह बनाऊ क्या ।। देखना है चाँद हूबहू । तो आईना दिखाऊं क्या ।। हो आपकी इजाज़त तो । खुशियां ....................।।
हौसला बुलन्द हो तो गमो के बादल छाया नही करते चल छोड़ ये दिल्लगी,महोबत,रुसवाई, यूं - बेवफ़ा के पीछे जिंदगी जाया नही करते छोड़ दे म्हबूब हाथ जिस मोड़ पर लोट आना चाइए वंही से घर जंहा दिल ना रहे उनके पीछे कभी जाया नही करते ।