मेरी मां....❤️..
मेरी मां है, मेरे किरदार में,
शिकायतों से दूर शुकराने के भाव में..,
नकारात्म से दूर साकारात्मक अहसास में..,
गम में खुद को समझाने वाले काम में..,
दिखती है अगर.. मुझमें कुछ अच्छा , उस अच्छाई में..
अच्छे सोचने के ढंग में ..,बोले गए अच्छे शब्दों में..,
गलत और सही के बीच , चुने गए अच्छे निर्णयों में..,
दिखावे से दूर सुकून भरे सच्चाई में..,
दूसरे के सामने दुख न जाहिर करते हुए मेरी मुस्कान में..,
मेरे पापा के किरदार में.., हर पल, हर जगह, इस निरंकार में..,
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