Sofia Khanam   (Sofia ✍️)
1.6k Followers · 920 Following

read more
Joined 2 August 2018


read more
Joined 2 August 2018
18 HOURS AGO

हर हाल गुज़ारनी है
सोते हुए या जागकर।
किधर जाना है तुमको
जिंदगी से भागकर।

-


YESTERDAY AT 15:11

सब करते हैं मज़दूरी।
कोई करता है ख़ुशी से तो
किसी की है मजबूरी।

-


YESTERDAY AT 0:12

दिन की रौशनी पर।
उजाले दम तोड़ते हैं
अंधेरा जाता है बिखर।

-


30 APR AT 22:49

माफ़ कर दो मेरी हर भूल तुम
कर लो मेरा ये फूल कुबूल तुम।

-


30 APR AT 22:44



आसान हो जाएगी।
उलझने कुछ दिनों की
मेहमान हो जाएगी।
तु हौसलों की डोर को
मजबूती से थामे रख,
दूर तेरी सारी ही
थकान हो जाएगी।
गिर कर संभलने का
हुनर अपने साथ रख,
नाकाम हर एक
तूफ़ान हो जाएगी।
कामयाबी तेरे कदम चूमेंगे
बुलंदी तक जाने का
सामान हो जाएगी।
सोफिया।

-


30 APR AT 22:42



आसान हो जाएगी।
उलझने कुछ दिनों की
मेहमान हो जाएगी।
तु हौसलों की डोर को
मजबूती से थामे रख,
दूर तेरी सारी ही
थकान हो जाएगी।
गिर कर संभलने का
हुनर अपने साथ रख,
नाकाम हर एक
तूफ़ान हो जाएगी।
कामयाबी तेरे कदम चूमेंगे
बुलंदी तक जाने का
सामान हो जाएगी।
सोफिया।

-


30 APR AT 19:58

लेखनी आपकी सुंदर है
सरल , और मनोहर है।

हर पंक्ति मे सच्चाई की झलक
दिन ब दिन लिखते बेहतर हैं।

हर मुद्दे पर आप की राय
कलम भी आपकी हटकर है।

स्वभाब आपका दोस्ताना
किरदार मे अच्छाई जमकर है।

लेखनी से यूँ ही मन मोहते रहें
दुआएं सदा आपके सर पर है।

-


30 APR AT 0:11

जाने किसकी सहेली है।
कभी बे तहाशा भीड़ है
कभी बिल्कुल अकेली है।

-


29 APR AT 23:57

आसान नहीं ख़ुद से जंग करना
मुश्किलों को यूँ अपने संग करना।

मौत की आहट से पहले मौत मांगना
जिंदगी को अपने ख़ुद पर तंग करना।

-


29 APR AT 23:45

उजालों ने मुह फ़ेरा।
फ़िर से दिन की रौशनी को
रात की तरिकी ने घेरा।

-


Fetching Sofia Khanam Quotes