दिल के सारे अरमान बता रही हूं तुम्हें अपनी ख्वाहिशों को सरेआम बता रही हूं तुम्हें यह शायरी यह ग़ज़ल गीत सब बहाने हैं सच कहूं तो अपनी जिंदगी में बुला रही हूं
इश्क ने हमें कुछ इस कदर बेनाम कर दिया कि हर खुशी से हमें अंजान कर दिया हमने तो कभी नहीं चाहा था की हमे भी मोहब्बत हो .. हमने तो कभी नहीं चाहा था की हमे भी मोहब्बत हो.. लेकिन ,आपकी एक नज़र ने हमे नीलाम कर दिया