तुझको मुझ में और इस जहां में फ़र्क नज़र आएंगे ग़लतफ़हमी की धूल हटेगी ख़ुदका कुसूर नज़र आएंगेअभी जो है तुझको एतबार उनके नियत परवक़्त आने पर सबकी असलियत नज़र आएंगे -
तुझको मुझ में और इस जहां में फ़र्क नज़र आएंगे ग़लतफ़हमी की धूल हटेगी ख़ुदका कुसूर नज़र आएंगेअभी जो है तुझको एतबार उनके नियत परवक़्त आने पर सबकी असलियत नज़र आएंगे
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मेरी खामोशी को जो चाहे मायने दे दो,मेरे जज्बात बयां ना होंगे ! -
मेरी खामोशी को जो चाहे मायने दे दो,मेरे जज्बात बयां ना होंगे !
बातों में उसकी मेरी रूह संवर जाती हैआजकल साए में मेरे मुझको वो नजर आती है -
बातों में उसकी मेरी रूह संवर जाती हैआजकल साए में मेरे मुझको वो नजर आती है
उसी से मोहब्बत उसी की फुरकतउसी से मुस्कान उसी की अज़ीयतसबब जिंदगी की अब बस वही हैउसी से गुजारा उसी की जरुरत -
उसी से मोहब्बत उसी की फुरकतउसी से मुस्कान उसी की अज़ीयतसबब जिंदगी की अब बस वही हैउसी से गुजारा उसी की जरुरत
तुम मेरे मोहब्बत का यारा एहतराम रखनाअपनी क़ुर्बत में वो जमाल-ए-शाम रखनाएक दफा तवज्जो देना मेरे भी हालातों परना कभी वेवाफाओं के सफ़ में मेरा नाम रखना -
तुम मेरे मोहब्बत का यारा एहतराम रखनाअपनी क़ुर्बत में वो जमाल-ए-शाम रखनाएक दफा तवज्जो देना मेरे भी हालातों परना कभी वेवाफाओं के सफ़ में मेरा नाम रखना
हो कौन तुम ? क्यों पीछे पड़े हो ?कुछ देर मुझे अकेले भी रहने दो ...देखो रात बहुत हो गई है,ऐ-याद तुम सो जाओ और मुझे भी सोने दो... -
हो कौन तुम ? क्यों पीछे पड़े हो ?कुछ देर मुझे अकेले भी रहने दो ...देखो रात बहुत हो गई है,ऐ-याद तुम सो जाओ और मुझे भी सोने दो...
छल, तजुर्बे, लफ़्ज़, लहजे चाहे अपने सारे तरकीबें आज़मा लो मगरतुम मुझे मेरे मयार-ए-ग़म ना दे पाओगेहार जाओगे, नाकाम रहोगे चाहे बेइंतहा कोशिश कर लो मगरतुम मुझसे मेरी मिजाज-ए-मुस्कान ना ले पाओगे -
छल, तजुर्बे, लफ़्ज़, लहजे चाहे अपने सारे तरकीबें आज़मा लो मगरतुम मुझे मेरे मयार-ए-ग़म ना दे पाओगेहार जाओगे, नाकाम रहोगे चाहे बेइंतहा कोशिश कर लो मगरतुम मुझसे मेरी मिजाज-ए-मुस्कान ना ले पाओगे
मैं अगर फिर उस से ताल्लुकात बढ़ालूं तो ये मेरे किरदार की मौत होगी... -
मैं अगर फिर उस से ताल्लुकात बढ़ालूं तो ये मेरे किरदार की मौत होगी...
मैं खुद ही तुझसे दूर हो जाऊंगातू मुझसे बिछड़ने की फरियाद ना कर...मेरा क्या है मैं तो काफिर हूंतू खुदका तहजीब बरबाद ना कर... -
मैं खुद ही तुझसे दूर हो जाऊंगातू मुझसे बिछड़ने की फरियाद ना कर...मेरा क्या है मैं तो काफिर हूंतू खुदका तहजीब बरबाद ना कर...
यूं नज़र छुप के ना मेरा दीदार करअगर कर सकता है तो मेरा एतबार करहमसफ़र हमदम मैंने मान लिया है तुझकोअगर है मोहब्बत तो तू भी इक़रार कर -
यूं नज़र छुप के ना मेरा दीदार करअगर कर सकता है तो मेरा एतबार करहमसफ़र हमदम मैंने मान लिया है तुझकोअगर है मोहब्बत तो तू भी इक़रार कर