भारी पत्थर दिल पर रखकर रहने वालेमिसरा बाहर बहते बहते रो देते हैं -
भारी पत्थर दिल पर रखकर रहने वालेमिसरा बाहर बहते बहते रो देते हैं
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एक तड़प के पागलपन में ऐठे...कितने!घुटना माथे लगते लगते रो देते हैं -
एक तड़प के पागलपन में ऐठे...कितने!घुटना माथे लगते लगते रो देते हैं
आँखों में देखना सीख जाओ तुमअब मदद को और भला कहाँ लिखें! -
आँखों में देखना सीख जाओ तुमअब मदद को और भला कहाँ लिखें!
मुझे हसाया, मेरा दर्द भुलाया, मुझे खुद पे भरोसा करना सिखाया ओ साथी, ओ रे हमदम, ओ जानेमन,किताबों तुम्हें दोस्ती हो मुबारक खुशी का मुझको याद नहीं पर कभी दर्द में उसने मेरा साथ न छोड़ाओ री आँखें,तुझसे अब तक बहे जितने आँसूं, उन्हें दोस्ती हो मुबारक -
मुझे हसाया, मेरा दर्द भुलाया, मुझे खुद पे भरोसा करना सिखाया ओ साथी, ओ रे हमदम, ओ जानेमन,किताबों तुम्हें दोस्ती हो मुबारक खुशी का मुझको याद नहीं पर कभी दर्द में उसने मेरा साथ न छोड़ाओ री आँखें,तुझसे अब तक बहे जितने आँसूं, उन्हें दोस्ती हो मुबारक
वो चेहरे सूख गए किसी माली बिनाफूलों के जड़ बंजर थे, दिल में नमीं थी -
वो चेहरे सूख गए किसी माली बिनाफूलों के जड़ बंजर थे, दिल में नमीं थी
ऐसा हुए इक अरसा बीत गया कि होंठ-आँख इक साथ हंसेंक्या सच में बड़की माई एक परी कुएं से इक दिन आएगी! -
ऐसा हुए इक अरसा बीत गया कि होंठ-आँख इक साथ हंसेंक्या सच में बड़की माई एक परी कुएं से इक दिन आएगी!
कुछ किताब से इतना ज्यादा जुड़ जाते हैंदर्द किसी का पढ़ते पढ़ते रो देते हैं -
कुछ किताब से इतना ज्यादा जुड़ जाते हैंदर्द किसी का पढ़ते पढ़ते रो देते हैं
किसी का दिल का अच्छा कहना बहुत अखरता हैयाद दिलाता है किसी का मतलबी अपनापन -
किसी का दिल का अच्छा कहना बहुत अखरता हैयाद दिलाता है किसी का मतलबी अपनापन
एक ख्वाब देखा चाहा कि हकीकत होख्वाब ये कि तुम मुझसे खुल के मिलती हो -
एक ख्वाब देखा चाहा कि हकीकत होख्वाब ये कि तुम मुझसे खुल के मिलती हो
खा खाकर थक जाता हूँ मन नहीं भरताजाओ खाना ही ले आओ जरा घर से -
खा खाकर थक जाता हूँ मन नहीं भरताजाओ खाना ही ले आओ जरा घर से