भुला दो सारी रंजिशे, आ मिलो फिर से गले,लड़ाई झगड़े अपनी जगह है, रिश्ता अपनी जगह -
भुला दो सारी रंजिशे, आ मिलो फिर से गले,लड़ाई झगड़े अपनी जगह है, रिश्ता अपनी जगह
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सुनो हमने अब अपना हक जताना छोड़ दिया है,जो खुली किताब का पन्ना था वो अब मोड़ दिया है!! -
सुनो हमने अब अपना हक जताना छोड़ दिया है,जो खुली किताब का पन्ना था वो अब मोड़ दिया है!!
हर रोज तेरी इबादत की है मैने,ये और बात हैं तू अब मिलेगी नही।। -
हर रोज तेरी इबादत की है मैने,ये और बात हैं तू अब मिलेगी नही।।
कितना बदल गए है वो हालात की तरहजिनको हमने रखा है एक सौगात की तरहतलब लगी है मुसलसल उसको पाने की मगरमसला ये है जिंदगी मिली है एक खैरात की तरह -
कितना बदल गए है वो हालात की तरहजिनको हमने रखा है एक सौगात की तरहतलब लगी है मुसलसल उसको पाने की मगरमसला ये है जिंदगी मिली है एक खैरात की तरह
वस्ल ए हसी नही है हर किसी से अपनाजिसको भी मिले अपने अंदाज़ से मिले -
वस्ल ए हसी नही है हर किसी से अपनाजिसको भी मिले अपने अंदाज़ से मिले
हर वक्त हर जगह तलाशा है मैने तुझेऐसे भी कोई किसी से बिछड़ता है भला..? -
हर वक्त हर जगह तलाशा है मैने तुझेऐसे भी कोई किसी से बिछड़ता है भला..?
एक छोटा बीज समझकर दबाने की काविश तो बहुत हुई है ’श्याम’मगर मैं वो पेड़ हूं पत्थर को फोड़कर निकलने का हुनर मालूम है -
एक छोटा बीज समझकर दबाने की काविश तो बहुत हुई है ’श्याम’मगर मैं वो पेड़ हूं पत्थर को फोड़कर निकलने का हुनर मालूम है
मैंने रखे है आज तक तेरे सारे असरारअब तेरी यादों के साथ बढ़ने लगी इज्तिराब -
मैंने रखे है आज तक तेरे सारे असरारअब तेरी यादों के साथ बढ़ने लगी इज्तिराब
इज्ज़त की खातिर सब कुछ छोड़ दियासब कुछ सहेजा था वो शायद तोड़ दिया तुम्हे मालूम था सब कुछ मेरे बारे में फिर कैसे अकेला मुझे ऐसे छोड़ दिया ।। -
इज्ज़त की खातिर सब कुछ छोड़ दियासब कुछ सहेजा था वो शायद तोड़ दिया तुम्हे मालूम था सब कुछ मेरे बारे में फिर कैसे अकेला मुझे ऐसे छोड़ दिया ।।
बरसो गुजर गएपर, आज भीसोने से पहलेसिर्फ तुम को हीयाद किया करता हूं ये जिंदगी तुम्हारी हीअमानत है मैं हर पल तुम पर ही शाद किया करता हूं!! -
बरसो गुजर गएपर, आज भीसोने से पहलेसिर्फ तुम को हीयाद किया करता हूं ये जिंदगी तुम्हारी हीअमानत है मैं हर पल तुम पर ही शाद किया करता हूं!!