तू गंगा घाट सा शीतल सा और मैं उसमें तैरती एक मामूली-सी मृग प्रिये तू दशाश्वमेध घाट की गली की फेमस करारी गरम कचौड़ी सा और मैं नुक्कड़ की सस्ती चाय प्रिये...🥀🖤
Manboriyon tale iss kadar badh di gyi hu yaaro... ki pal pal mere rooh bhi jawab dene lgi hn 😌 ab bahut huaa tera.. Chal kabar tera intezaar kar rahi hn... 😊
कृष्ण पे मरने वाली तो लाखों गोपियाँ थी.... पर राधा जैसा प्रेम कान्हा को किसी न किया होगा.... इसलिए तो जब भी कृष्णा को याद किया जाता है उसे पहले राधे का जिक्र जरूर होता है 😇🙏