प्यारी दादी ....
तुम्हे देखा बड़े करीब से
अब देख फिर न पायगे
तुम तारा जो बन गयी हो
अब तुम्हे सता न पायगे .......
माना मैं शैतान थी
थोड़ी सी नादान थी
इस बात से अनजान थी
तुम जाने की तैयारी में थी
मैं जन्मदिन की तैयारी में थी.......
बड़ी हो ही तो रही थी ना दादी
थोड़ा ओर सुधार ही जाती ना दादी
मुझे तो बहुत प्यार दिया तुमने दादी
होने वाली बहु को भी थोड़ा प्यार दे जाती दादी
तुम बिन मेरी दुनिया अधूरी है दादी
क्या?? इतना दूर जाना जरूरी था दादी...........
-