चुप-चुप के, छुप-छुप के रहा, वो सर-ए-आम हो रहा है,इक दो नहीं तमाम हो रहा है,हर ख़ास-ओ-आम देखो, 'श्रीराम' हो रहा है। -
चुप-चुप के, छुप-छुप के रहा, वो सर-ए-आम हो रहा है,इक दो नहीं तमाम हो रहा है,हर ख़ास-ओ-आम देखो, 'श्रीराम' हो रहा है।
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वजह हो तो भी नाराज़गी नहीं होती,इक उम्र से पहले ये सादगी नहीं होती।सजी ही रहती हैं दुकानें तर माल से हर-सू, ख़बर तो सबको है कि उसमें ताज़गी नहीं होती।मुक्कमल हो ही जाएँ तेरे साय में ऐ दिल,कि हमसे अब ये आवारगी नहीं होती। -
वजह हो तो भी नाराज़गी नहीं होती,इक उम्र से पहले ये सादगी नहीं होती।सजी ही रहती हैं दुकानें तर माल से हर-सू, ख़बर तो सबको है कि उसमें ताज़गी नहीं होती।मुक्कमल हो ही जाएँ तेरे साय में ऐ दिल,कि हमसे अब ये आवारगी नहीं होती।
ज़रा मुश़्किल है याद तेरी रोज़ाना,ना ख़ुदा करना है तुझे, ना मंज़ूर है हो जाना। -
ज़रा मुश़्किल है याद तेरी रोज़ाना,ना ख़ुदा करना है तुझे, ना मंज़ूर है हो जाना।
उनसे मिलने की ख़्वाहिश नहीं है कि मुझमें अब रंजिश नहीं है,अना रखो या फ़ना हो जाओइश्क़-इश्क़ है बंदिश नहीं है। -
उनसे मिलने की ख़्वाहिश नहीं है कि मुझमें अब रंजिश नहीं है,अना रखो या फ़ना हो जाओइश्क़-इश्क़ है बंदिश नहीं है।
जैसे दारू दवा सी अच्छी है वैसे मोहब्बत दुआ सी अच्छी है,नींद कज़ा सी अच्छी है तो यादें हवा सी अच्छी हैं। -
जैसे दारू दवा सी अच्छी है वैसे मोहब्बत दुआ सी अच्छी है,नींद कज़ा सी अच्छी है तो यादें हवा सी अच्छी हैं।
रेत से रिश्ते संभाल के रखिए ,गर हवा हो जाएंतो मिसाल पे रखिए। -
रेत से रिश्ते संभाल के रखिए ,गर हवा हो जाएंतो मिसाल पे रखिए।
ये मान लिया है,तुम अच्छे से होगे;जैसे मान लिया था,तुम सच्चे से होगे। -
ये मान लिया है,तुम अच्छे से होगे;जैसे मान लिया था,तुम सच्चे से होगे।
अपनी सफलता मत खोना। -
अपनी सफलता मत खोना।
ख़ूब है अपनो में जुदा रहना,ख़ुदी पे अपना ख़ुदा रहना। -
ख़ूब है अपनो में जुदा रहना,ख़ुदी पे अपना ख़ुदा रहना।
यूँ मिलो कि क़सर न रहे,जो बिछड़ो तो असर न रहे। -
यूँ मिलो कि क़सर न रहे,जो बिछड़ो तो असर न रहे।