ऐसा जो तुम्हें मेरा कर दे। क्या लिखू मैं तुम्हारे लिए ऐसा जो मेरे प्यार को तुम्हारा सब कुछ कर दे। क्या लिखू मैं तुम्हारे लिए ऐसा जो लोग मेरे प्यार को पाकीज़ा कह दे। क्या लिखू मैं तुम्हारे लिए ऐसा जो मेरी सहेली मुझे तेरा दीवाना कह दे।
बस वक़्त ही कम हैं। ये दिन नहीं हैं कम बस वो मिलन की रात कम हैं। ये प्यार नहीं हैं कम बस वो जताने के पल कम हैं। यू तो काम नहीं है हमारे पास कम बस तुम्हें सोचते सोचते हाथ चलते बहुत कम हैं।