Sheetal Mathur   (@शीtal❤️)
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Writer
Joined 23 December 2020


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Joined 23 December 2020
30 OCT 2023 AT 13:44

Azure Family m aya yahan
Diwali ka ye tyohar hai
We Care sa Mila jahan
Har rishta khaas hai...

Diye aur patakhon ki
Ye ek aisi kahani hai
Mithai ko dekh kr aata
Sbke muh m paani hai...

Colour code challenge toh
Kabhi daan utsav humne mnaya hai
Patakhe ki Khushi se jyada shor toh
Yahan Lucky draw ne Machaya hai...

Mithai kha kr callories badhne se
Ekin ne humein bachaya hai
Stepathon challenge se HR ne
25,000 steps walk kraya hai...
#Azure Diwali #Diwali ke kisse # TeamUtsav # WeCare

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8 DEC 2021 AT 20:29

"मां" (Part-2)
आज सोच रही हूं तो काफ़ी अफ़सोस हो रहा है
जो मुझे करना चाहिए था मैंने वो नहीं किया है।

कहना चाहिए था कि तेरे सपने भी उतने ही ज़रूरी हैं
मेरी ज़िद से ज्यादा तुम्हे अपने अरमान भी करने पूरे हैं।।

हमारे लिए सोचने के परे भी तुम्हारी एक दुनियां है
तुम भी एक इंसान हो और तुम्हारी भी कुछ खुशियां हैं।

आज कहना चाहती हूं तुमसे जो कभी भी ना कहा
आखिर क्यूं तुमने बिना कुछ बोले इतना कुछ है सहा।।

आज सबसे पहले तुम और तुमसे पहले कुछ नहीं।
तुम हो तो हम हैं वरना इस ज़िंदगी का कोई वजूद नहीं।

"देखा था आज़ मैंने जो किसी दीवार पर लिखा
मंज़िल मिलेगी उसे तू रास्ता तो दिखा।
तक़दीर बुलंद हो ये तो मुकद्दर की बात है
आज मां हैं मेरे साथ ये सिर्फ़ भगवान का आशीर्वाद है"।।

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8 DEC 2021 AT 20:19

"मां" (Part-1)
"देखा था मैंने कहीं दीवार पे है लिखा
मंजिल मिलेगी उसे तू रास्ता तो दिखा।
मंज़िल मिले न मिले ये तो मुकद्दर की बात है
दुवाओं का असर तो सिर्फ़ मां के पास है"।।

क्या कभी पूंछा है मैंने कि क्या चाहिए तुझे तू बता
क्या है तेरी खुशी जिससे हूं मैं लापता।

आज पूछने पर मां ने मुस्कुराकर है कह दिया
तू बस कुछ बन जा इससे ज्यादा मुझे चाहिए होगा और क्या।।

जिस दिन कर लेगी तू अपने सपनों को पूरा
उस दिन मुझसे ज्यादा खुश नहीं होगा कोई दूजा।

इस बात से सहमत तो हुई मैं क्यूंकि ये एक सच था
बच्चों की ख़ुशी के आगे कभी किसी मां ने कुछ है सोचा।।

पर न जाने क्यूं आज़ ये बात मेरे दिल में घर कर गई
महसूस किया जब तो मेरी आँखें भर गईं।

अपनी पूरी जिंदगी जिसने चार दीवारी में है काट दी
ना जानें कितनी दफा उनसे मैंने ऊंची आवाज़ में है बात की।।

फ़िर भी कभी उन्होंने मुझसे मूंह नहीं है फेरा
बस गले लगाकर कह देती अच्छा तू बता क्या है मन तेरा।

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27 AUG 2021 AT 23:49

कभी कभी नेकी करके भी लोग
पहचान छुपा जाते हैं
जाने अनजाने ज़िंदगी में कुछ ऐसे
सबक सिखा जाते हैं।
होशियार रहो कहीं सीधेपन का लोग
तुम्हारे फ़ायदा ना उठा लें
वरना आजकल तो ज़िंदा इंसानों के भी लोग
जनाज़े उठा जाते हैं।।

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17 MAY 2021 AT 23:40

"Is It?"..

Is it really ....that much important at this point of time..

when our whole country is having such a hard time....

Where Economic crisis is at it's peak

Where Soo many people are sick

When Every one is loosing their job....

When they are suffering to feed their own ....

When PSUs being sold, Railways are privatising...

When Everyone is in thought of being able to surviving....

When unemployment reaches to another level...

When Youth questions themselves..is I'm enough capable...

I'm just wonder who's ryt......

Is it ... that much important to build this new empire ?🤔

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6 MAY 2021 AT 20:24

Rukshat hua h aaj koi
fir uss jahaan m ..
Iss Gol Ghumti zameen se
uss khule aasman m...
Chla gya tu Apne un
sapnon k sansaar m..
Rh gya to bs Tera chehra
Meri yaadon k saaman m....
Sitare saa tu yun chamkta h ...
Pass kbhi naa phir rukta h...
Hawaon m Khushboo jaise
Ab bhi tu mehakta h...
Chhukar mujhe iska
hr hissa kyun kehta h...
Alvida tujhe tere iss
khoobsurat jahaan m ...
Khush rhe tu sada yunhi
Uss khule aasman m...

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25 APR 2021 AT 2:09

खिले हुए गुलाब तो अक्सर
इज़हार ए इश्क बयां करते हैं।
मगर जो सूख जाएं यूंही बंद किताबों में
वो हाल ए दिल बयां करते हैं।।

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21 JAN 2021 AT 0:23


जिसमे तेरी याद है
वो अक्स ख़ूबसूरत है
जिसमे तेरा एहसास है।
वो लब्ज़ ख़ूबसूरत हैं
जिसमें तेरी आवाज़ है
हर वो इश्क़ ख़ूबसूरत है
जिसमे तेरा इज़हार है।।

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19 JAN 2021 AT 22:42

समंदर को तैर कर कोई
उल्फत ए इश्क़ में आया है
दरिया भी ना डुबा पाए जिसे
मोहब्बत तो ऐसी माया है
दिल और जज़्बात की
कुछ ऐसी ही ये कहानी है
जिसमे तड़पें यूं तो हम
लेकिन आंखों में तेरे पानी है।

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26 DEC 2020 AT 22:01

छोड़ दो यकीन करना इन हाथों की लकीरों पर।
क्यूंकि किस्मत तो अक्सर कलम की स्याही बदला करती है।।

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