कलयुग में जन्मे होधैर्य शब्दकहाँ है आपके पाससमय मिले तो हि पढ़ेजनहित में जारी👇— % & -
कलयुग में जन्मे होधैर्य शब्दकहाँ है आपके पाससमय मिले तो हि पढ़ेजनहित में जारी👇— % &
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खुशी का एक तिनकागमों के सागर को पार कर जाता हैइस दुनिया से काहे उम्मीद करनासागर अपने धैर्य को निभाता हैOld book— % & -
खुशी का एक तिनकागमों के सागर को पार कर जाता हैइस दुनिया से काहे उम्मीद करनासागर अपने धैर्य को निभाता हैOld book— % &
हवाओं में जलने वाले चीरागदीये कि लौ...कुछ यूं समझाती है तेल भी था तुझसे तो कमक्या मेरी लौ में ईर्ष्या नजर आती हैOld book— % & -
हवाओं में जलने वाले चीरागदीये कि लौ...कुछ यूं समझाती है तेल भी था तुझसे तो कमक्या मेरी लौ में ईर्ष्या नजर आती हैOld book— % &
कठोर जीवन को निभानाहि जिन्दगी हैखैराती जीवन भलाक्या जानेOld book— % & -
कठोर जीवन को निभानाहि जिन्दगी हैखैराती जीवन भलाक्या जानेOld book— % &
ना मुझे लिखना आताफिर कहां अपने दर्द सहलातासहलाकर अपने दर्दएक दिन निकल जाऊंगा किसी एक जुबां पर सत्य जरुर कहलाऊंगा Old book— % & -
ना मुझे लिखना आताफिर कहां अपने दर्द सहलातासहलाकर अपने दर्दएक दिन निकल जाऊंगा किसी एक जुबां पर सत्य जरुर कहलाऊंगा Old book— % &
सुबह और शामहर रोज़ आती हैजीवन भी सुबह शाम किभांति हैजो हर रोज़ मिलता है जीने के लिएमौत के बादफिर एक नए जीवन कि शुरुआतयही लीला हैयही नारायणOld book— % & -
सुबह और शामहर रोज़ आती हैजीवन भी सुबह शाम किभांति हैजो हर रोज़ मिलता है जीने के लिएमौत के बादफिर एक नए जीवन कि शुरुआतयही लीला हैयही नारायणOld book— % &
अजीब हि तो होते हैं वो किस्सेजो पनपते हैं आस-पासअजीब हि तो होते हैं वो हिस्सेजो काटते हैं पुरा जीवन उदासOld book— % & -
अजीब हि तो होते हैं वो किस्सेजो पनपते हैं आस-पासअजीब हि तो होते हैं वो हिस्सेजो काटते हैं पुरा जीवन उदासOld book— % &
मैं अपने लेख लिखता हूँसम्पत्ति कैसे चुराते हैंइतना ज्ञान नहींऔरचाहिए भी नहीं Shastri -
मैं अपने लेख लिखता हूँसम्पत्ति कैसे चुराते हैंइतना ज्ञान नहींऔरचाहिए भी नहीं Shastri
गुरुर किस बात कातिनकों को क्या जानेहवा काझोंकाजनहित में जारीOld book -
गुरुर किस बात कातिनकों को क्या जानेहवा काझोंकाजनहित में जारीOld book
नमाज़ वक्त पे अदा करेंगेगररुखसाना को पसंद नहींतोदुसरा निकाह करेंगेपढ़ाई लिखाई में कोई बुराई नहींOld book -
नमाज़ वक्त पे अदा करेंगेगररुखसाना को पसंद नहींतोदुसरा निकाह करेंगेपढ़ाई लिखाई में कोई बुराई नहींOld book