मैं जिसको पढ़ सकूं ऐसी किताब हो जाओ
मेरे ज़हन के सवालों का जवाब हो जाओ
तुम इस चमन के उजड़ने को रोक सकते हो
सभी कांटे हैं यहां तुम गुलाब हो जाओ
मेरी रातों की नींद तुमने छीन ली है तो
अब एक बार एक सुबह का ख़्वाब हो जाओ
मुझे जो कुछ भी मिला है हिसाब से ही मिला
तुम इस तरह से मिलो बेहिसाब हो जाओ
मैं कुछ भी ठीक नहीं कर सका हूं अब तक, तुम
ठीक होने के लिए ही ख़राब हो जाओ
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