किस्मत के दरवाजे पर सर पटकने से बेहतर हैकर्मो का तूफ़ान पैदा करें, सारे दरवाजे खुद-ब-खुद खुल जाएंगे। -
किस्मत के दरवाजे पर सर पटकने से बेहतर हैकर्मो का तूफ़ान पैदा करें, सारे दरवाजे खुद-ब-खुद खुल जाएंगे।
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जंग हथियारों में लगती है, इरादों में नहीं। इरादे जिसके बुलंद है, उन्हें मंजिल मिलना तय है।। -
जंग हथियारों में लगती है, इरादों में नहीं। इरादे जिसके बुलंद है, उन्हें मंजिल मिलना तय है।।
चलता रहूंगा पथ पर, चलने में माहिर बनूंगा ।या तो मंजिल मिलेगी, या अच्छा मुसाफ़िर बनूंगा।। -
चलता रहूंगा पथ पर, चलने में माहिर बनूंगा ।या तो मंजिल मिलेगी, या अच्छा मुसाफ़िर बनूंगा।।
चंदन की लकड़ी भी क्या खूब होती है।लोग जला भी देते हैं उसको,फिर भी वह सुगंध ही देती है।। -
चंदन की लकड़ी भी क्या खूब होती है।लोग जला भी देते हैं उसको,फिर भी वह सुगंध ही देती है।।
आओ ले चले इश्क को वहां तक,जहां फिर से कोई कहानी बने,जहां फिर कोई गालिब नब्ज पढ़े,जहां फिर कोई मीरा दीवानी बने। -
आओ ले चले इश्क को वहां तक,जहां फिर से कोई कहानी बने,जहां फिर कोई गालिब नब्ज पढ़े,जहां फिर कोई मीरा दीवानी बने।
तुम और तेरी मुस्कान,जब भी देखता हूं, एक सुकून सा मिलता है। -
तुम और तेरी मुस्कान,जब भी देखता हूं, एक सुकून सा मिलता है।
इंसान में इंसानियत, कुछ इस तरह आ जाए।गर मै रहूं भूखा, तो तुझे भी ना खाया जाए।और तू रहे भूखा, तो मुझे भी ना खाया जाए।इंसान में इंसानियत, कुछ इस तरह आ जाए। -
इंसान में इंसानियत, कुछ इस तरह आ जाए।गर मै रहूं भूखा, तो तुझे भी ना खाया जाए।और तू रहे भूखा, तो मुझे भी ना खाया जाए।इंसान में इंसानियत, कुछ इस तरह आ जाए।
ख्वाहिशों को अपने अंदर बरकरार रख,ख्वाहिशें पूरी जरूर होंगी, प्रयत्नों का सिलसिला बरकरार रख । -
ख्वाहिशों को अपने अंदर बरकरार रख,ख्वाहिशें पूरी जरूर होंगी, प्रयत्नों का सिलसिला बरकरार रख ।
रुकावटें आती है राहों में, यह हर कोई जानता मंजिल पाता है वही, जो हार नहीं मानता । -
रुकावटें आती है राहों में, यह हर कोई जानता मंजिल पाता है वही, जो हार नहीं मानता ।
आप जहां खड़े हैं रास्ता वहीं से शुरू होता हैआपको तय करना है पार करना है या इंतजार करना है? -
आप जहां खड़े हैं रास्ता वहीं से शुरू होता हैआपको तय करना है पार करना है या इंतजार करना है?